एशियन डेवलेपमेंट बैंक के प्रेसिडेंट ने भारत की अपनी पहली यात्रा के दौरान किया भारत के प्रथम नमो भारत कॉरिडोर का दौरा

एडीबी दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ नमो भारत कॉरिडोर के लिए प्रमुख बहुपक्षीय फंडिंग पार्टनर है, जो इस परियोजना के लिए लगभग 1 बिलियन अमरीकी डॉलर का योगदान दे रहा है;

By :  Neeraj Jha
Update: 2025-05-29 14:00 GMT

नई दिल्ली। एशियन डेवलेपमेंट बैंक (एडीबी) के प्रेसिडेंट  मसातो कांडा ने भारत की अपनी पहली आधिकारिक यात्रा के दौरान गुरुवार को भारत के प्रथम नमो भारत कॉरिडोर का दौरा किया। एनसीआरटीसी के प्रबंध निदेशक शलभ गोयल और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के नेतृत्व में एनसीआरटीसी के एक वरिष्ठ प्रतिनिधिमंडल ने उनकी मेजबानी की।

इस यात्रा के दौरान, एडीबी प्रेसिडेंट ने साहिबाबाद से दुहाई डिपो स्टेशन तक नमो भारत ट्रेन में यात्रा की, और इस अत्याधुनिक, क्षेत्रीय रेल प्रणाली की तेज़ गति, आरामदायक सुविधाओं और यात्री-केंद्रित विशेषताओं का प्रत्यक्ष अनुभव किया। उन्होंने ट्रेन और स्टेशनों के समावेशी डिजाइन की सराहना की और साथ ही, इस परियोजना में अत्याधुनिक तकनीकों का उपयोग करने के लिए एनसीआरटीसी की सराहना की।

"हम एनसीआरटीसी के साथ एडीबी की साझेदारी को और सुदृढ़ करने के लिए प्रतिबद्ध हैं"

इस अवसर पर शलभ गोयल ने कहा कि, "एडीबी के साथ साझेदारी इस प्रणाली में नवीन तकनीकों को लाने में एनसीआरटीसी के लिए बहुत फायदेमंद रही है"। श्री कांडा ने एनसीआरटीसी की टीम की सराहना की और कहा कि, "हम एनसीआरटीसी के साथ एडीबी की साझेदारी को और सुदृढ़ करने के लिए प्रतिबद्ध हैं"। दुहाई स्थित डिपो में, जापान फंड फॉर प्रॉस्परस एंड रेसिलिएंट एशिया एंड द पैसिफिक (जेएफपीआर) के तहत एनसीआरटीसी द्वारा आयोजित किए गए कई सामुदायिक विकास के पहलों के विषय में उनसे जानकारी साझा की गई। इसी श्रृंखला में, प्रेसिडेंट कांडा ने दिव्यांगजनों को सहायक उपकरण वितरित किए - जिसमें स्मार्ट केन, व्हीलचेयर, बैसाखी और हीयरिंग एड आदि शामिल थे। जेएफपीआर ग्रांट के माध्यम से आयोजित किए गए रोजगार प्रशिक्षण कार्यक्रमों को सफलतापूर्वक पूरा करने वाली महिलाओं को प्रमाण पत्र भी प्रदान किए गए। इसके अलावा, इस पहल के अंतर्गत आत्मरक्षा और जीवन कौशल प्रशिक्षण प्राप्त करने वाली महिला छात्रों ने दौरे पर आए प्रतिनिधिमंडल के साथ अपने व्यक्तिगत अनुभव भी साझा किए। एनसीआरटीसी, एडीबी के समर्थन द्वारा, टारगेटेड स्किलिंग और आउटरीच कार्यक्रमों के माध्यम से स्थानीय समुदायों को सशक्त बनाने और जेंडर इक्वैलिटी की दिशा में निरंतर कार्य करती है। यह पहल समावेशी विकास के प्रति एनसीआरटीसी की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।

 एडीबी के प्रतिनिधिमंडल ने 'अपरिमित'- एनसीआरटीसी के नवाचार केंद्र का दौरा किया

इसके बाद, एडीबी के प्रतिनिधिमंडल ने 'अपरिमित'- एनसीआरटीसी के नवाचार केंद्र का दौरा किया। अधिकारियों ने परियोजना कार्यान्वयन, परिचालन दक्षता और गहन प्रशिक्षण के लिए उपयोग की जा रही उन्नत तकनीक जैसे वर्चुअल रियलिटी (वीआर), ऑगमेंटेड रियलिटी (एआर) और बिल्डिंग इंफॉर्मेशन मॉडलिंग (बीआईएम) का प्रदर्शन किया। एडीबी के समर्थन से, इन डिजिटल समाधानों ने एनसीआरटीसी को परियोजना के कार्यान्वयन में वैश्विक मानक स्थापित करने और भविष्य के लिए तैयार एक टीम को संगठित करने में बहुत मदद की है। एडीबी प्रेसिडेंट को एनसीआरटीसी के जेंडर-इन्क्लूसिविटी ऑपरेशन मॉडल के बारे में जानकारी दी गई और उन्होंने महिला ट्रेन ऑपरेटरों और स्टेशन नियंत्रकों के साथ बातचीत भी की, जो इस परियोजना के कार्यबल का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। यह पहल माननीय प्रधान मंत्री के महिलाओं के नेतृत्व में विकास के दृष्टिकोण के प्रति एनसीआरटीसी की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। यह नमो भारत को न केवल एक तकनीकी बेंचमार्क के रूप में , बल्कि एक इक्विटेबल सार्वजनिक परिवहन के प्रतीक के रूप में भी स्थापित करती है।

प्रधानमंत्री, वित्त मंत्री और आवासन एवं शहरी कार्य मंत्री से भी मुलाकात करेंगे

नमो भारत कॉरिडोर का दौरा करने के अलावा, प्रेसिडेंट कांडा भारत की अपनी पहली आधिकारिक यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री, वित्त मंत्री और आवासन एवं शहरी कार्य मंत्री से भी मुलाकात करेंगे। एडीबी दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ नमो भारत कॉरिडोर के लिए प्रमुख बहुपक्षीय फंडिंग पार्टनर है, जो इस परियोजना के लिए लगभग 1 बिलियन अमरीकी डॉलर का योगदान दे रहा है। यह कॉरिडोर भारत की पहली सेमी-हाई-स्पीड क्षेत्रीय रेल प्रणाली है जिसका उद्देश्य क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को सुदृढ़ कर उसमें परिवर्तन लाना और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में सतत शहरीकरण को बढ़ावा देना है।

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