किसी भी काम को करने का जुनून हो तो कठिन से कठिन लक्ष्य भी पूरा किया जा सकता है, लक्ष्य को मंजिल तक पहुंचने में समय लगता है, लेकिन सफलता जरूर मिलती है। ऐसा ही कुछ कर दिखाया हरिद्वार के रामशरण चावला और लायंस क्लब ऋषिकेश देवभूमि के अध्यक्ष गोपाल नारंग ने। दोनों की जोड़ी अब तक 302 व्यक्तियों के नेत्रदान करा चुकी है। निर्मल आश्रम के मंहत जोध सिंह महाराज ने उन्हें शुभकामनाएं दी हैं।
नेत्रदान कार्यकर्ता गोपाल नारंग ने बताया कि बीते सप्ताह आशुतोष नगर निवासी रतन सिंह भंडारी, गंगानगर निवासी सरला सुनेजा और वीरभद्र मार्ग निवासी अमर ज्योति गुप्ता का निधन हो गया था। नेत्रदान में उनके सहयोगी अनिल कक्कड़ की सूचना पर उन्होंने एम्स की नेत्रदान रेस्क्यू टीम के साथ उनके निवास पर पहुंचे। जहां टीम ने तीनों के कार्निया सुरक्षित प्राप्त कर लिए।
कहा टीम का पहला लक्ष्य 100 नेत्रदान का था, जिसे पूरा करके 200 नेत्रदान का किया। उसके बाद 300 का लक्ष्य पूरा करके 400 कर दिया है। कहा इस अभियान में काफी परेशानियां है, नेत्रदान का फॉर्म भरने वाले चले जाते हैं और उनके परिजन मृत्यु की सूचना तक नहीं देते और यदि सूचित करते भी हैं तो समय निकल जाने के बाद करते हैं। समाज को झिझक छोड़कर जागरूक होना पड़ेगा। नेत्रदान से बड़ा कोई दान धरती पर नहीं है। अब लोग देहदान भी करना चाह रहे हैं और वह 10 व्यक्तियों से औपचारिकता पूरी कर दो व्यक्तियों की देह भी हिमालयन हॉस्पिटल को सौंप चुके हैं।