डॉन छोटा राजन का गुर्गा, दीपक सिसोदिया गिरफ्तार, पेरोल से नेपाल हुआ था फरार।
देहरादून। उत्तराखंड एसटीएफ को अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन के करीबी और उत्तराखंड के ईनामी गैंगस्टर दीपक सिसोदिया को गिरफ्तार करने में सफलता मिली है। दीपक सिसोदिया मुंबई के पत्रकार जेडे की हत्या का दोषी है जो पैरोल पर आने के बाद नेपाल फरार हो गया था।
उत्तराखंड पुलिस के ऑपरेशन प्रहार के तहत एसएसपी एसटीएफ आयुष अग्रवाल उत्तराखंड में गैंगस्टर और इनामी अपराधियों के विरुद्ध लगातार कार्रवाई कर रहे हैं। हत्याकांड के दोषी दीपक सिसोदिया के चोरी-छिपे नेपाल से हल्द्वानी आने-जाने की सूचना एसटीएफ को मिली थी। इसके बाद सीओ एसटीएफ सुमित पांडे के नेतृत्व में गठित एसटीएफ टीम ने ईनामी गैंगस्टर दीपक सिसौदिया को भारत-नेपाल बॉर्डर में बनबसा से गिरफ्तार किया गया।
दीपक सिसोदिया वर्ष 2011 में मुंबई में हुए पत्रकार जे.डे की हत्या के आरोप में उम्रकैद की सजा काट रहा था। वर्ष 2022 जनवरी माह में मुंबई की अमरावती सेन्ट्रल जेल से पैरोल पर छूटकर हल्द्वानी आया था। उसे मार्च में वापस जेल में जाना था लेकिन दीपक सिसौदिया पैरोल से फरार हो गया। इसके बाद मुंबई पुलिस ने थाना हल्द्वानी में उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया था। एसएसपी नैनीताल ने 25000 रु का ईनाम घोषित किया था।
छोटा राजन के इस गुर्गे को गिरफ्तार करने के लिए उत्तराखण्ड पुलिस पिछले एक साल से प्रयास कर रही थी लेकिन दीपक सिसोदिया के नेपाल में छिपे होने के कारण उसकी गिरफ्तारी नहीं हो पा रही थी। एसटीएफ को जब सूचना मिली की दीपक सुबह-सुबह हल्द्वानी आने वाला है तो टीम ने भारत-नेपाल बॉर्डर बनबसा में जाल बिछाया। दीपक फोर्ड फियेस्टा कार से नेपाल से बनबसा पहुंचा ही था कि एसटीएफ की टीम ने बनबसा रेलवे स्टेशन के पास से उसे धर दबोचा। दीपक को बनबसा से हल्द्वानी थाने में लाया गया है जहां से मुंबई भेजा जाएगा। पत्रकार हत्याकांड के दोषी दीपक को गिरफ्तार करने में एसटीएफ हेड कॉन्स्टेबल महेन्द्र गिरी, हेड कॉन्स्टेबल किशोर कुमार और कॉन्स्टेबल मोहित वर्मा की विशेष भूमिका रही।
एसएसपी एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने बताया कि दीपक दलवीर सिंह सिसोदिया (50) पुत्र दलवीर सिसोदिया, जीतपुर नेगी थाना हल्द्वानी नैनीताल का रहने वाला है। उसे मुंबई की कोर्ट ने महाराष्ट्र के खोजी पत्रकार जेडे की हत्या शामिल होने के आरोप में उम्रकैद की सजा सुनाई थी। तब से वह महाराष्ट्र की अमरावती सेन्ट्रल जेल में बन्द था।
जनवरी 2022 को उसे 45 दिन की पैरोल पर रिहा किया गया था। उसकी पैरोल की अवधि मार्च में खत्म होने पर अमरावती जेल वापस जाना था लेकिन वह फरार हो गया। दीपक सिसोदिया हल्द्वानी का रहने वाला है। दीपक ने अण्डरवर्ड डॉन छोटा राजन गैंग के शूटरों के साथ इस हत्याकांड को अंजाम दिया था।