Begin typing your search above and press return to search.
India News

साइबर क्राइम और सुरक्षा पर कार्यशाला का आयोजन, छात्रों और शिक्षकों को किया जागरुक

Divyanshi
24 May 2025 7:11 PM IST
साइबर क्राइम और सुरक्षा पर कार्यशाला का आयोजन, छात्रों और शिक्षकों को किया जागरुक
x
विद्या बाल भवन सीनियर सेकेंडरी स्कूल में शनिवार को साइबर क्राइम और सुरक्षा पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया

गाजियाबाद। गाजियाबाद में वसुंधरा क्षेत्र के सेक्टर 11 में स्थित विद्या बाल भवन सीनियर सेकेंडरी स्कूल में शनिवार को साइबर क्राइम और सुरक्षा पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का उद्देश्य छात्रों को साइबर क्राइम के खिलाफ जागरूक करना और सुरक्षित डिजिटल वातावरण के बारे में बताना था।

साइबर क्राइम को लेकर छात्रों को किया जागरुक

साइबर सेल के अधिकारी संतोष कुमार तिवारी ने कार्यशाला के दौरान छात्रों और शिक्षकों को साइबर क्राइम की विभिन्न प्रकारों तथा सुरक्षा के तरीकों के बारे में जानकारी दी। साइबर क्राइम के अध्ययन के तहत छात्रों को साइबर अपराधों की पहचान करने के लिए कैसे तैयार रहना चाहिए और उनकी जागरूकता बढ़ाने के लिए उपायों पर चर्चा की गई‌। पुलिस ने छात्रों व शिक्षकों के साथ विद्यालय के कर्मचारियों को भी डिजिटल वॉरियर्स बनने का प्रशिक्षण देकर पुलिस का सहयोग करने के लिए प्रेरित किया।

थाना प्रभारी अंकुर कुमार ने छात्रों को बताया कि साइबर क्राइम से बचने के लिए किसी भी वेबसाइट पर अपनी निजी जानकारी शेयर ना करें। जहां तक हो सके अपनी निजी जानकारी को पब्लिश करने से बचें। किसी भी सॉफ्टवेयर या ऐप को डाउनलोड करने से पहले अच्छे से सुनिश्चित कर लें कि आप कुछ गलत तो नहीं कर रहे हैं। कोई भी ऐसी स्कीम जिसमें पैसे जीतने और पैसे मिलने की बात हो तो लालच में आकर उस पर बिल्कुल भी विश्वास ना करें।

कार्यशाला में ये सभी मौजूद रहे

मास्टर वीरेश चंद्र सिंह, निदेशक एजुकेशन अकादमी द्वारा छात्र-छात्राओं को अपने माता-पिता, दादा-दादी और नाना-नानी आदि को साइबर सुरक्षा के बारे में जागरूक करने का अनुरोध किया गया। इस अवसर पर सब इंस्पेक्टर पुनीत शर्मा, संजय शर्मा वरिष्ठ उपाध्यक्ष, अरुण श्रीवास्तव, कार्यकारी सदस्य तथा संस्थापक अध्यक्ष, वेलफेयर फोरम ऑफ RWA, गाजियाबाद मास्टर वीरेश चंद्र सिंह मौजूद रहे। छात्रों के संदेह प्रश्नों को भी हल किया तथा विद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ हरिदत्त शर्मा ने कार्यशाला के महत्व को समझकर उसे अपने जीवन में अमल करने की प्रेरणा दी।

Next Story