दिल्ली बाढ़ अलर्ट: यमुना की बाढ़ में डूबी राजधानी, ये नौ स्कूल बने बेघर परिवारों के आश्रय केंद्र
यमुना के आसपास के इलाकों में रहने वाले कई लोगों के घर पानी में डूब गए हैं. ऐसे में कई परिवार बेघर हो गए हैं, इन परिवारों को अस्थायी आश्रय मुहैया कराने के लिए दिल्ली के नौ स्कूलों को राहत आश्रय केंद्र बनाया गया है.शिक्षा निदेशालय के एक अधिकारी के अनुसार आपदा प्रबंधन विभाग में नौ स्कूलों को राहत आश्रय केंद्र बनाने की मांग की गयी थी, जिसे शिक्षा निदेशालय ने मंजूरी दे दी है.
आपदा प्रबंधन विभाग के अधिकारी के मुताबिक, प्रशासन ने निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को बाहर निकालने के बाद सड़कों और फुटपाथों के पास अस्थायी आश्रय स्थल बनाए हैं। लेकिन बड़ी संख्या में प्रभावित लोगों को देखते हुए यह व्यवस्था नाकाफी लगती है.इसके अलावा इस बरसात के मौसम में सड़क पर बने इन अस्थायी आश्रमों में खासकर महिलाओं, बच्चों और बूढ़ों के लिए शौचालय और साफ-सफाई की भी उचित व्यवस्था नहीं है.
इन विद्यालयों को बनाया गया राहत आश्रय केन्द्र-
1- सर्वोदय बाल विद्यालय, आनन्द विहार
2. ईडीएमसी दक्षिण क्षेत्र डी ब्लॉक, आनंद विहार
3. ऋषभ पब्लिक स्कूल, मयूर विहार फेस-1
4- ईडीएमसी प्रतिभा स्कूल पॉकेट-4 मयूर विहार
5. सर्वोदय स्कूल, पॉकेट- 4, मयूर विहार, फेस-1
6. गवर्नमेंट कोएड चिल्ला स्कूल, मयूर विहार फेज-1
7. एस एन पब्लिक स्कूल, मयूर विहार फेस-1
8. सर्वोदय विद्यालय, न्यू अशोक नगर
9. सर्वोदय विद्यालय, विद्यालय ब्लॉक