
UP Politics: 'कांग्रेस ने सत्ताधारी दल की चूलें हिला दी हैं', यूपी निकाय चुनाव के रिजल्ट पर बोले बृजलाल खाबरी

UP Politics: Brijlal khabari। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष बृजलाल खाबरी ने कहा स्वर्गीय राजीव गांधी ने देश की एकता और अखंडता के लिए बलिदान दिया. उनकी पुण्यतिथि पर कांग्रेस परिवार ने श्रद्धांजलि दी. कांग्रेस परिवार ने उनके अधूरे काम को पूरा करने का संकल्प लिया है. राजीव गांधी ने गरीबों के लिए जो किया उसको भुलाया नहीं जा सकता. एससी एसटी कानून बनाया, गांव के गरीब आदमी को गांव की सरकार का मुखिया बनाने के लिए पंचायत एक्ट भी लागू किया. मोबाइल कंप्यूटर भी उन्हीं की देन है. वो आधुनिक भारत के जनक कहे जाते हैं.
बृजलाल खाबरी ने कहा निकाय चुनाव में अपेक्षित परिणाम रहे या न रहे लेकिन कांग्रेस ने सत्ताधारी दल की चूलें हिला दी हैं. नगर पंचायत के हर वार्ड में कांग्रेस का सिपाही तिरंगा झंडा लेकर घूमा है, लोगों में चेतना आई है. रिजल्ट हमारे भले पक्ष में न हो लेकिन पूरे प्रदेश के अंदर कांग्रेस कांग्रेस कहने के लिए लोग निकल पड़े. यही वर्तमान सरकार की मुश्किलें बढ़ा रही है. सोमवार को प्रस्तावित निकाय चुनाव परिणाम की समीक्षा बैठक पर खाबरी ने कहा, चुनाव के बाद और पहले हर दल संगठन की कमियों को दूर करता है. कांग्रेस पार्टी भी अपना संगठन दुरुस्त करेगी. जहां अच्छा काम किया है उसको बधाई देंगे. जो अच्छा नहीं कर पाए उनके हौसले को बढ़ाने की बात करेंगे. जहां लगेगा परिवर्तन की जरूरत है, वहां परिवर्तन किया जाएगा.
बृजेश पाठक कह रहे विपक्षी एकता से कोई दिक्कत नहीं! इस सवाल पर खाबरी ने कहा कि वो अपने सीने पर हाथ रखकर देखें, कितना डरे हुए हैं कांग्रेस से. आज देश के अंदर भारतीय जनता पार्टी बुरी तरह से डरी हुई है. ओबीसी आरक्षण पर भाजपा के सहयोगी दल ही सवाल उठा रहे हैं? इस पर कहा, ओबीसी के लोग जागरूक हुए हैं, ये अच्छी बात है. अनुसूचित जाति के लोग पहले से ही जागरूक थे. जब भी कहीं भर्तियां हुई हैं, अनुसूचित जाति के लोगों को इग्नोर करके एक लाइन लिखी जाती थी, उपयुक्त अभ्यर्थी न मिलने के कारण ये रिजर्व कोटा सामान्य से भरा जाता है.. वही आज बैकवर्ड के साथ हो गया तो इन लोगों को परेशानी हो गई. एससी और ओबीसी के लोग अगर आरक्षण पर ही एक हो जाएं तो भारतीय जनता पार्टी की सरकार की बाजा बजा देंगे. लेकिन ये कब इकट्ठे होंगे, उसका पता नहीं है. जब जिस पर मार पड़ती है, वही रोने लगता है.
Trinath Mishra
Trinath Mishra is a senior journalist from Meerut and he has more than 11 years of Print and Digital Media Experience.




