घटना के दो दिन बाद 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। यह मामला न केवल बांग्लादेश बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी गहरी चिंता और आक्रोश का कारण बन गया है।