इस फैसले पर सदन में बहस भी हुई। विपक्षी दल भाजपा ने सुझाव दिया कि मौजूदा विश्वविद्यालय का नाम बदलने के बजाय एक नया विश्वविद्यालय डॉ. मनमोहन सिंह के नाम पर स्थापित किया जाना चाहिए।