सीबीएसई ने 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षाओं के बाद होने वाली पुनर्मूल्यांकन प्रक्रिया में छात्रों को ज्यादा पारदर्शिता और आत्मनिर्भरता देने के लिए बड़ा बदलाव किया है।