पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, आरोपियों ने चोरी किए गए कुछ गहनों को एक फाइनेंस कंपनी में गिरवी रखकर 1.86 लाख रुपये का लोन लिया था, जिसे अब फ्रीज कर दिया गया है।