SSC को पता चला है कि कई लोग चर्चा और विश्लेषण के उद्देश्य से प्रश्नपत्रों की सामग्री सोशल मीडिया पर साझा कर रहे हैं, जिससे परीक्षा की पवित्रता पर आंच आ रही है।