एफआईआर दर्ज होने के बाद मुस्लिम पक्ष का गुस्सा भड़का। उनके अनुसार 'आई लव मोहम्मद' पैगंबर मुहम्मद के प्रति प्यार जताने का एक तरीका है और इस पर एफआईआर दर्ज करना उनकी धार्मिक भावनाओं को आहत करना है।