वरुणा और अस्सी के पलट प्रवाह की गति पहले से कम हो गई फिर भी कोनिया, सामनेघाट, नक्खीघाट, नगवा, पिपरी और चिरईगांव आदि इलाकों में लोगों को अब भी राहत नहीं मिली है।