यह समझौता दोनों देशों के बीच पुराने रिश्तों को औपचारिकता देता है, लेकिन इसके क्षेत्रीय और वैश्विक स्थिरता पर पड़ने वाले व्यापक प्रभावों को भारत बारीकी से देख रहा है।