पहले ही एक्सप्रेसवे पर वाहनों की अधिकतम गति सीमा तय की जा चुकी है और अब इसके बाद सुरक्षा को और मजबूत करने के लिए वाहनों पर सुरक्षात्मक रिफ्लेक्टर लगाने का फैसला लिया गया है।