उन्होंने लाउडस्पीकर से लोगों से कहा कि वे मंदिर से 750 मीटर दूर स्थित मौसीबाड़ी तक जाने वाली रथ यात्रा के दौरान बैरिकेड्स के भीतर से ही रथ की रस्सियों को छू सकते हैं।