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यूपी में आठवीं तक के स्कूलों में 15 दिन का शीतावकाश, शिक्षकों को भी मिलेगी ठंड से राहत

उत्तर प्रदेश में कड़ाके की ठंड और शीतलहर को देखते हुए राज्य सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर प्रदेश में 1 जनवरी 2026 तक 12वीं कक्षा तक के सभी बोर्डों के स्कूलों को बंद कर दिया गया है। इसी क्रम में बेसिक शिक्षा परिषद के अंतर्गत आने वाले कक्षा एक से आठ तक के विद्यालयों में 31 दिसंबर से 15 दिनों का शीतावकाश घोषित किया गया है। इस फैसले से न केवल बच्चों को, बल्कि शिक्षकों को भी ठंड के इस कठिन दौर में बड़ी राहत मिलने जा रही है।
बेसिक शिक्षा परिषद की ओर से पहले से तय शैक्षणिक कैलेंडर के अनुसार प्राथमिक विद्यालयों में सर्दियों और गर्मियों के मौसम में 15-15 दिन का अवकाश निर्धारित है। इसी के तहत 31 दिसंबर से 14 जनवरी तक शीतकालीन अवकाश रहेगा। इन 15 दिनों में छात्रों के साथ-साथ शिक्षकों की भी छुट्टी होगी। इसके बाद 15 जनवरी से स्कूल दोबारा खुलेंगे।
मकर संक्रांति के बाद खुलेंगे स्कूल
इस बार शीतावकाश का समापन मकर संक्रांति पर्व के साथ हो रहा है। 14 जनवरी को मकर संक्रांति का महापर्व मनाया जाएगा, जिसे उत्तरायण का आरंभ माना जाता है। इस दिन सूर्य देव धनु राशि से निकलकर मकर राशि में प्रवेश करते हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, उत्तरायण के बाद दिन बड़े होने लगते हैं और सर्दी धीरे-धीरे कम होने लगती है। यही कारण है कि 15 जनवरी को जब स्कूल खुलेंगे, तब मौसम अपेक्षाकृत अनुकूल हो चुका होगा।
पूर्वी उत्तर प्रदेश में मकर संक्रांति को ‘खिचड़ी पर्व’ के रूप में भी बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है। यह पर्व कृषि चक्र में बदलाव और सर्दियों के विदा होने का प्रतीक माना जाता है। ऐसे में शीतावकाश के बाद पढ़ाई का माहौल भी ज्यादा सहज रहने की उम्मीद है।
भीषण ठंड को देखते हुए सरकार सतर्क
प्रदेश में लगातार गिरते तापमान और घने कोहरे के कारण आम जनजीवन प्रभावित हो रहा है। इसे ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार शाम अधिकारियों को सख्त निर्देश जारी किए। उन्होंने कहा कि ठंड के दौरान आम जनता को किसी भी तरह की परेशानी नहीं होनी चाहिए।
मुख्यमंत्री ने शासन और प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे स्वयं क्षेत्रों का दौरा करें और जमीनी हालात का जायजा लें। उन्होंने साफ कहा कि हर जिले में सार्वजनिक स्थलों पर अलाव और कंबलों की पर्याप्त व्यवस्था होनी चाहिए, ताकि जरूरतमंदों को राहत मिल सके।
रैन बसेरों को लेकर विशेष निर्देश
सीएम योगी ने रैन बसेरों के संचालन को लेकर भी अधिकारियों को खास हिदायत दी है। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि कोई भी व्यक्ति खुले में सोने को मजबूर न हो। सभी रैन बसेरों में बिस्तर, कंबल, साफ-सफाई और अन्य आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं। साथ ही यह भी देखा जाए कि जरूरतमंद लोगों तक समय पर राहत सामग्री पहुंचे।
अभिभावकों और शिक्षकों ने फैसले का स्वागत किया
सरकार के इस फैसले का अभिभावकों और शिक्षकों ने स्वागत किया है। उनका कहना है कि छोटे बच्चों के लिए इस कड़ाके की ठंड में स्कूल जाना स्वास्थ्य के लिहाज से जोखिम भरा हो सकता था। ऐसे में 15 दिन का शीतावकाश एक सही और जरूरी कदम है।




