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हिमाचल में बादल फटने और बाढ़ से तबाही, कांगड़ा में 2 की मौत, 20 लोग लापता

DeskNoida
25 Jun 2025 11:30 PM IST
हिमाचल में बादल फटने और बाढ़ से तबाही, कांगड़ा में 2 की मौत, 20 लोग लापता
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बारिश के चलते परियोजना का काम पहले ही रोक दिया गया था और मजदूर शिविर में आराम कर रहे थे, तभी मणूणी खड्ड और आसपास के नालों में पानी का स्तर तेजी से बढ़ गया और यह पानी शिविर की ओर मुड़ गया। इससे वहां मौजूद कई मजदूर बह गए।

हिमाचल प्रदेश में बुधवार को भारी बारिश, बादल फटने और अचानक आई बाढ़ से भारी नुकसान हुआ। कांगड़ा जिले में दो लोगों के शव मिले हैं जबकि करीब 20 लोगों के बह जाने की आशंका है। ये सभी श्रमिक इंदिरा प्रियदर्शिनी जलविद्युत परियोजना स्थल के पास बने एक अस्थायी शिविर में रुके हुए थे।

बताया गया कि बारिश के चलते परियोजना का काम पहले ही रोक दिया गया था और मजदूर शिविर में आराम कर रहे थे, तभी मणूणी खड्ड और आसपास के नालों में पानी का स्तर तेजी से बढ़ गया और यह पानी शिविर की ओर मुड़ गया। इससे वहां मौजूद कई मजदूर बह गए।

स्थानीय प्रशासन, एसडीआरएफ, पंचायत और राजस्व विभाग की टीमें मौके पर पहुंच गई हैं और राहत एवं बचाव कार्य जारी है। कुछ स्थानीय मजदूरों के सुरक्षित होने की जानकारी भी मिली है। धर्मशाला से भाजपा विधायक सुधीर शर्मा ने सोशल मीडिया पर बताया कि घटना में लगभग 20 श्रमिक बह गए हैं।

कुल्लू जिले के कई इलाकों में भी बादल फटने से भारी नुकसान हुआ है। तीन लोगों के लापता होने की खबर है। कई घरों, एक स्कूल भवन, दुकानों, सड़कों और छोटे पुलों को नुकसान पहुंचा है।

कुल्लू जिले के सैंज और गडसा क्षेत्र में जीवा नाला, रेहला बिहाल और शिलागढ़ में बादल फटने की घटनाएं सामने आई हैं। रेहला बिहाल में तीन लोग अपने घरों से सामान निकालने की कोशिश कर रहे थे, तभी बाढ़ में बह गए और लापता हो गए।

मनाली और बंजार क्षेत्र में भी अचानक आई बाढ़ से नुकसान हुआ है। मनाली-चंडीगढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग का एक हिस्सा ब्यास नदी की तेज़ धारा से कट गया, हालांकि अभी भी यातायात जारी है। बंजार के होरनागढ़ क्षेत्र में एक पुल बह गया और पानी एक सरकारी स्कूल में भी घुस गया है।

विधानसभा क्षेत्र बंजार के विधायक सुरिंदर शौरी ने बताया कि बारिश से सैंज, तीर्थन और गडसा में भारी नुकसान हुआ है और उन्होंने लोगों से नदियों और नालों से दूर रहने की अपील की है।

लाहौल-स्पीति जिले में काजा से समदो तक की सड़क कई जगहों पर भूस्खलन और मलबे के चलते बंद हो गई है।

मौसम विभाग ने बताया कि मंगलवार शाम से राज्य के कई हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश हुई है। सबसे ज्यादा बारिश पालमपुर में 145.5 मिमी दर्ज की गई, जबकि जोगिंदरनगर, नाहन, बैजनाथ, पौंटा साहिब, गोहर, धर्मशाला और कांगड़ा समेत कई जगहों पर भी भारी बारिश हुई।

लाहौल-स्पीति का कुकुमसेरी बुधवार को सबसे ठंडा स्थान रहा, जहां तापमान 13.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि ऊना सबसे गर्म रहा, जहां पारा 33.6 डिग्री सेल्सियस पहुंचा।

मौसम विभाग ने चंबा, कांगड़ा, मंडी, शिमला और सिरमौर जिलों में अगले 24 घंटे तक कम से मध्यम स्तर की बाढ़ की चेतावनी दी है। साथ ही 29 जून तक भारी बारिश के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।

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