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अयोध्या में एक बार फिर होने वाला है भव्य आयोजन, पीएम मोदी और मोहन भागवत इस तारीख को फहराएंगे धर्मध्वजा, हजारों लोग होंगे शामिल

Shilpi Narayan
4 Nov 2025 6:37 PM IST
अयोध्या में एक बार फिर होने वाला है भव्य आयोजन, पीएम मोदी और मोहन भागवत इस तारीख को फहराएंगे धर्मध्वजा, हजारों लोग होंगे शामिल
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अयोध्या। अयोध्या में भगवान राम का भव्य मंदिर बनकर तैयार हो गया है। जहां पीएम मोदी ने रामलला की प्राण प्रतिष्ठा किया किया था। इसको एक साल 9 महीने हो गया है। इस बीच पीएम मोदी को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई है। दरअसल, अयोध्या में एक बार फिर बड़ा आयोजन होने वाला है। दरअसल, मंदिर निर्धारित समय सीमा में बनकर तैयार हो गया है। मिली जानकारी के अनुसार पीएम नरेंद्र मोदी और आरएसएस सरसंघचालक मोहन भागवत 25 नवंबर को धर्मध्वजा फहराने अयोध्या आएंगे। यह जानकारी मंदिर के दर्शन प्रशासक गोपाल राय ने दी है।

2,500 मजदूर और इंजीनियर मिलकर कर रहे हैं काम

वहीं गोपाल राय ने कहा कि 25 नवंबर को श्री राम जन्मभूमि परिसर के भीतर सभी मंदिर शिखरों पर ध्वजारोहण समारोह आयोजित किए जाएंगे। मुख्य मंदिर का ध्वजारोहण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और आरएसएस सरसंघचालक मोहन भागवत द्वारा किया जाएगा। बता दें कि उन्होंने कहा कि मंदिर में निर्माण कार्य पूरा होने वाला है। करीब 2,500 मजदूर और इंजीनियर मिलकर काम कर रहे हैं। ये लोग दिन और रात दोनों समय कार्य कर रहे हैं, जिससे काम को समय पर पूरा किया जा सके। बाकी सभी काम समय पर पूरा हो जाएगा। गोपाल राय ने बताया कि मंदिर में सजावट की योजना अभी बनाई जा रही है। सजावट के लिए कहां से क्या आएगा, इसकी भी योजना बनाई जा रही है।

पीएम मोदी सप्त ऋषि मंदिर भी जा सकते हैं

धर्म ध्वजा फहराने के दौरान लगभग सात हजार लोग एक साथ बैठ सकें, इसकी व्यवस्था मंदिर प्रशासन की तरफ से की जा रही है। पिछली बार कार्यक्रम में आठ हजार लोग बैठे थे। उन्होंने बताया कि बैठने में पूर्वी उत्तर प्रदेश के भील समाज के लोगों को बुलाया जा रहा है। यह कार्यक्रम पूर्वी उत्तर प्रदेश को ही केंद्रित करके किया जा रहा है। उसके लिए जो भी व्यवस्था चाहिए, वह की जा रही है। हम लोग सभी काम 15-16 नवंबर तक पूरा कर लेंगे। उसके बाद सजावट का काम शुरू किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंदिर में ध्वजारोहण करेंगे और यदि संभव हुआ तो भित्ति चित्र देखने के लिए परिकोटा भी जाएंगे। ये अनुमान भी लगाया जा रहा है कि वे सप्त ऋषि मंदिर भी जा सकते हैं।

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