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हरिद्वार हादसे में दिखी प्रशासनिक विफलता! लोग तार पकड़ कर सीढ़ी चढ़ रहे थे... जानें हादसे की हकीकत

हरिद्वार। हरिद्वार के मनसा देवी मंदिर मार्ग पर आज सुबह करीब 9:00 बजे भगदड़ मच गई। इस भगदड़ में मृतकों की संख्या भी बढ़ गई है। सुबह 10 बजे तक यह संख्या 6 बताई गई थी जो अब आठ हो गई है। वहीं प्रशासनिक अधिकारियों की मानें तो घायलों की संख्या 35 से भी अधिक है जिनका इलाज अस्पतालों में किया जा रहा है। इनमें से कई की स्थिति गंभीर बताई जा रही है। उधर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी मृतकों के परिजनों को दो लाख रुपया मुआवजा देने का ऐलान किया है।
भगदड़ पर पीएम मोदी ने जताया दुख
मनसा देवी मंदिर मार्ग पर हुई भगदड़ पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी दुख जताया है। उन्होंने लिखा कि उत्तराखंड के हरिद्वार में मनसा देवी मंदिर मार्ग पर हुई भगदड़ में हुई जान-माल की हानि से अत्यंत दुखी हूं। अपनों को खोने वालों के प्रति संवेदना। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। स्थानीय प्रशासन प्रभावित लोगों की सहायता कर रहा है।हादसे पर सीएम धामी ने किया शोक व्यक्त
हादसे पर सीएम धामी ने भी शोक व्यक्त किया। उन्होंने हादसे के मजिस्ट्रियल जांच के निर्देश दिए हैं। साथ ही प्रदेश सरकार द्वारा मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये की सहायता राशि प्रदान की जाएगी।
कैसे मची भगदड़
रविवार होने के चलते आज सुबह-सुबह मनसा देवी मंदिर जाने वाले श्रद्धालुओं की भारी भीड़ थी। बता दें कि पहाड़ी पर स्थित इस मंदिर पर चढ़ने के कई रास्ते हैं। इनमें से एक रास्ता सीढियां का है जो बहुत शंकरा है। आज सुबह श्रद्धालु इन्हीं सीढियों से ऊपर चढ़ रहे थे। सीढ़ी की चौड़ाई बहुत छोटी है इसलिए उन्होंने तार पकड़ रखा था। इस दौरान तार छिल गया। तभी यह बात फैल गई कि तार में करंट उतर आया है। इससे भगदड़ मच गई। लोग एक दूसरे पर चढ़ते हुए गिरे। पुलिस प्रशासन को सूचना भेजी गई लेकिन स्थानीय लोगों की माने तो घटना के करीब आधे से 1 घंटे के बाद पुलिस अधिकारियों का पहुंचना शुरू हुआ। इस कारण घायल लोगों को अस्पताल तक पहुंचाने में देरी हुई।