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ध्वजारोहण के बाद पीएम ने कहा- हमें 2047 तक विकसित भारत बनाना है तो अपने अंदर राम को प्रतिष्ठित करना होगा

Anjali Tyagi
25 Nov 2025 12:33 PM IST
ध्वजारोहण के बाद पीएम ने कहा- हमें 2047 तक विकसित भारत बनाना है तो अपने अंदर राम को प्रतिष्ठित करना होगा
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अयोध्या। पीएम मोदी ने ऐतिहासिक ध्वज फहरा दिया है। जिसके बाद पीएम मोदी ने सभी को संबोधित किया। पीएम मोदी ने कहा कि ये धर्म ध्वज प्राण जाए पर वचन न जाए की प्रेरणा बनेगा। उन्होंने कहा कि यह ध्वज संतों की साधना की सार्थक परिणीति है। उन्होंने कहा कि जिन्होंने राममंदिर के निर्माण में सहयोग दिया उनका मैं अभिनंदन करता हूं। उन्होंने कहा कि आज 500 सालों की यज्ञअग्नि शांत हुई है। ये ध्वज श्रीराम के आदर्शों का उद्घोष करेगा। पीएम ने कहा- हमें 2047 तक विकसित भारत बनाना है तो अपने अंदर राम को प्रतिष्ठित करना होगा।

क्या बोले पीएम मोदी

सियावर रामचंद्र के जयघोष के साथ पीएम मोदी ने अपना संबोधन शुरू किया। उन्होंने कहा कि आज संपूर्ण भारत, संपूर्ण विश्व राममय है। सदियों के घाव भर रहे हैं। सदियो की वेदना आज विराम पा रही है। सदियों का संकल्प आज सि्द्धि को प्राप्त हो रही है। आज धर्म ध्वजा की मंदिर में स्थापना हुई है। इसका भगवा रंग, सूर्य का चिन्ह, कोविदार वृक्ष राम राज्य की कीर्ति को गाता है। सत्य में ही ध्वज स्थापित है। ये धर्म ध्वज प्रेरणा बनेगा। प्राण जाए पर वचन न जाए, अर्थात जो कहा जाए, वही किया जाए। पीएम मोदी ने कहा कि आज संपूर्ण भारत, संपूर्ण विश्व राम-मय है। हर राम भक्त के हृदय में द्वितीया संतोष है। असीम कृतज्ञता है। अपार अलौकिक आनंद है। सदियों के घाव भर रहे हैं। सदियों की वेदना आज विराम पा रही है। सदियों का संकल्प आज सिद्धि को प्राप्त हो रहा है। आज उस यज्ञ की पूर्णाहुति है जिसकी अग्नि 500 ​​वर्ष तक प्रज्वलित रही। आज भगवान राम की ऊर्जा इस धर्म ध्वजा के रूप में भव्य राम मंदिर के शिखर पर स्थापित है।'

यह ध्वजा दूर से ही रामलला की जन्मभूमि के दर्शन कराएगी

पीएम मोदी ने कहा कि हमारे शास्त्रों में कहा गया है कि जो लोग मंदिर में आने में असमर्थ हैं। फिर भी दूर से ही मंदिर की ध्वजा को प्रणाम करते हैं, उन्हें भी यही पुण्य प्राप्त होता है। यह ध्वजा दूर से ही रामलला की जन्मभूमि के दर्शन कराएगी और युगों-युगों तक समस्त मानव जाति तक प्रभु श्री राम के आदेशों और प्रेरणाओं को पहुंचाएगी। मैं इस अविस्मरणीय क्षण पर विश्व भर के करोड़ों राम भक्तों को हार्दिक बधाई देता हूं। मैं आज सभी रामभक्तों को नमन भी करता हूं। मैं राम मंदिर निर्माण में योगदान देने वाले सभी लोगों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करता हूं। मैं राम मंदिर निर्माण में शामिल प्रत्येक श्रमिक, कारीगर, योजनाकार, वास्तुकार और कार्यकर्ता को बधाई देता हूं।

राम हमसे भेद से नहीं, भावना से जुड़ते हैं

पीएम मोदी ने कहा कि हमें आने वाले 1000 साल के लिए भारत की नई मजबूत करनी है। जो सिर्फ वर्तमान का सोचते हैं वो आने वाली पीढिय़ों के साथ अन्य काम करते हैं। हमें भावी पीढिय़ों के बारे में भी सोचना है। हम जब नहीं थे ये देश तब भी था, जब हम नहीं रहेंगे ये देश तब भी रहेगा। पीएम बोले राम हमसे भेद से नहीं, भावना से जुड़ते हैं। उनके लिए वंश नहीं, बल्कि भक्ति महत्वपूर्ण है। वह शक्ति को नहीं, सहयोग को महत्व देते हैं। आज हम उसी भावना के साथ आगे बढ़ रहे हैं। पिछले 11 वर्षों में समाज के हर वर्ग, महिलाओं, दलितों, पिछड़े वर्गों, अत्यंत पिछड़े वर्गों, आदिवासियों, वंचितों, किसानों, श्रमिकों और युवाओं को विकास के केंद्र में रखा गया है।

राम के आचरण को आत्मसात करना होगा

2047 में, जब देश अपनी आज़ादी के 100 साल पूरे होने का जश्न मनाएगा, हमें एक विकसित भारत का निर्माण करना होगा। हमें अगले हज़ार वर्षों के लिए भारत की नींव मज़बूत करनी होगी। हमें याद रखना होगा कि जो लोग केवल वर्तमान के बारे में सोचते हैं, वे आने वाली पीढ़ियों के साथ अन्याय करते हैं। हमें वर्तमान के साथ-साथ आने वाली पीढ़ियों के बारे में भी सोचना होगा, क्योंकि यह देश तब भी था जब हम नहीं थे, और यह तब भी रहेगा जब हम नहीं रहेंगे। हम एक जीवंत समाज हैं। हमें दूरदर्शिता के साथ कार्य करना होगा। हमें आने वाले दशकों और सदियों को ध्यान में रखना होगा। हमें भगवान राम से सीखना होगा। हमें उनके व्यक्तित्व को समझना होगा। हमें उनके आचरण को आत्मसात करना होगा।




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