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Amarnath Yatra : भारी बारिश की वजह से आज अमरनाथ यात्रा स्थगित, 31 जुलाई को जम्मू से किसी भी जत्थे को आगे नहीं भेजा जाएगा

जम्मू। कश्मीर में लगातार हो रही भारी बारिश की वजह से बुधवार को एक दिन के लिए श्री अमरनाथ यात्रा को स्थगित कर दी गयी है। जम्मू-कश्मीर के सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के द्वारा एक्स पर जानकारी साझा की गई। सूचना एवं जनसंपर्क विभाग ने एक्स पोस्ट में लिखा है कि पहलगाम और बालटाल से श्री अमरनाथजी यात्रा एक दिन के लिए स्थगित कर दी गई है।
कश्मीर के संभागीय आयुक्त विजय कुमार बिधूड़ी ने दी जानकारी
कश्मीर के संभागीय आयुक्त विजय कुमार बिधूड़ी ने बताया कि बुधवार की सुबह से लगातार भारी बारिश हो रही है। इस वजह से, बालटाल और नुनवान दोनों आधार शिविरों से यात्रा शुरू नहीं हुई। अब तक श्री अमरनाथजी की यात्रा में 3.93 लाख से अधिक तीर्थयात्रियों ने पवित्र गुफा में दर्शन किया है।
31 जुलाई को जम्मू से किसी भी जत्थे को आगे नहीं भेजा जाएगा
सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के अन्य एक्स पोस्ट में यह भी जानकारी दी गई है कि 31 जुलाई को जम्मू के भगवती नगर यात्रा शिविर से भी कोई यात्री जत्था रवाना नहीं होगा। डिविजनल कमिश्नर जम्मू रमेश कुमार के मुताबिक यात्रा मार्गों पर खराब मौसम को देखते हुए 31 जुलाई को कोई भी जत्था बालटाल या नुनवान आधार शिविर की ओर नहीं भेजा जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि भारी बारिश की वजह से आधार शिविरों से श्रद्धालुओं की आवाजाही प्रभावित हुई है। इसे ध्यान में रखते हुए ये निर्णय लिया गया है कि 31 जुलाई को जम्मू से किसी भी जत्थे को आगे नहीं भेजा जाएगा। जबकि श्रद्धालुओं को स्थिति से समय-समय पर अवगत कराया जाएगा।
सुरक्षा के लिए सीएपीएफ की 180 अतिरिक्त कंपनियां लाई गई
प्रशासन की ओर से अमरनाथ यात्रा के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। पहलगाम हमले के बाद ये यात्रा हो रही है। जिसमें पाकिस्तान आतंकियों ने 26 नागरिकों की हत्या कर दी थी। स्थानीय पुलिस की मौजूदा ताकत बढ़ाने के लिए 180 अतिरिक्त सीएपीएफ कंपनियों को सेना, बीएसएफ, सीआरपीएफ, एसएसबी और स्थानीय पुलिस को लाया गया है। सुरक्षा बलों ने पूरे मार्ग को सुरक्षित कर दिया है।
भक्तों के लिए श्री अमरनाथ जी की यात्रा सबसे पवित्र है
पहलगाम मार्ग का उपयोग करने वाले लोग चंदनवाड़ी, शेषनाग और पंचतरणी से होकर गुफा मंदिर तक पहुंचते हैं। तीर्थयात्री 46 किलोमीटर पैदल चलकर गुफा मंदिर तक पहुंचते हैं, जिसमें चार दिन लगते हैं। जबकि छोटे बालटाल मार्ग का उपयोग करने वालों को गुफा मंदिर तक पहुंचने के लिए 14 किलोमीटर की पैदल यात्रा करनी पड़ती है। इस वर्ष यात्रियों के लिए कोई हेलीकॉप्टर सेवा भी उपलब्ध नहीं है। श्री अमरनाथ जी यात्रा भक्तों के लिए सबसे पवित्र धार्मिक तीर्थयात्रा है।