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अंग्रेजी बोलने पर अमित शाह और राहुल गांधी हुए आमने-सामने! जानें शाह को अंग्रेजी से hate तो राहुल को love क्यों?

Shilpi Narayan
20 Jun 2025 4:26 PM IST
अंग्रेजी बोलने पर अमित शाह और राहुल गांधी हुए आमने-सामने! जानें शाह को अंग्रेजी से hate तो राहुल को love क्यों?
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नई दिल्ली। पिछले कुछ दिनों से अलग-अलग भाषा को लेकर सियासी विवाद देखने को मिल रहा है। पहले स्थानीय भाषाओं को लेकर विवाद हुए तो अब अंग्रेजी भाषा को लेकर सियासत गर्म हो गई है। कल बृहस्पतिवार को अमित शाह ने एक कार्यक्रम में कहा था कि वह दिन दूर नहीं जब अंग्रेजी बोलने वालों को खुद पर शर्म महसूस होगी। अमित शाह के इस बयान पर राहुल गांधी ने पलटवार किया है, साथ ही भारतीय जनता पार्टी पर इसी सिलसिले में आरोप भी लगाए हैं।

अंग्रेजी जंजीर नहीं - जंजीरें तोड़ने का औजार है

दरअसल राहुल गांधी ने X हैंडल से एक वीडिओ शेयर किया। जिसके कैप्शन में उन्होंने लिखा है, अंग्रेजी बांध नहीं, पुल है। अंग्रेजी शर्म नहीं, शक्ति है। अंग्रेजी जंजीर नहीं - जंजीरें तोड़ने का औजार है। BJP-RSS नहीं चाहते कि भारत का ग़रीब बच्चा अंग्रेज़ी सीखे, क्योंकि वो नहीं चाहते कि आप सवाल पूछें, आगे बढ़ें, बराबरी करें। आज की दुनिया में, अंग्रेजी उतनी ही ज़रूरी है जितनी आपकी मातृभाषा, क्योंकि यही रोजगार दिलाएगी, आत्मविश्वास बढ़ाएगी।भारत की हर भाषा में आत्मा है, संस्कृति है, ज्ञान है। हमें उन्हें संजोना है - और साथ ही हर बच्चे को अंग्रेजी सिखानी है। यही रास्ता है एक ऐसे भारत का, जो दुनिया से मुकाबला करे, जो हर बच्चे को बराबरी का मौका दे।

अंग्रेजी आप सीख गए तो अमेरिका चले जाओगे

वहीं इस वीडियो में राहुल गांधी ने कहा कि मोहन भागवत हर रोज कहते हैं कि अंग्रेजी मत बोलो हिंदी बोलो। उनके बच्चों को देखो, उनके मंत्रियों के बच्चों को देखो, विदेश में जाकर पढ़ रहे हैं, यह हो क्या रहा है?। अंग्रेजी आप सीख गए तो अमेरिका चले जाओगे, जापान चले जाओगे, किसी भी कंपनी में चले जाओगे। यह बोल रहे हैं कि अंग्रेजी नहीं पढ़नी चाहिए, क्यों बोल रहे हैं, इसके पीछे की सोच क्या है। आप लोगों को करोड़ों की नौकरी मिले, वो नहीं चाहते हैं। वो चाहते हैं कि यह नौकरियां हमारी रहें, हम इंग्लिश स्कूल में जाएं, हमारा ठेका लगा रहे। एससी एसटी के बच्चे इंग्लिश स्कूल में न जाएं और अंग्रेजी न सीखें। वो चाहते हैं कि आपके लिए दरवाजा बंद हो।

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