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बाबा के डर्टी गेम में एक और बड़ा खुलासा! EWS छात्राओं को देर रात स्वामी के क्वार्टर में बुलाया जाता था, ऐसे हुआ पर्दाफाश

Anjali Tyagi
25 Sept 2025 12:29 PM IST
बाबा के डर्टी गेम में एक और बड़ा खुलासा! EWS छात्राओं को देर रात स्वामी के क्वार्टर में बुलाया जाता था, ऐसे हुआ पर्दाफाश
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स्वामी चैतन्यानंद मनमाने फैसले लेते थे, धमकाते थे और देर रात व्हाट्सऐप पर मैसेज करते थे।

नई दिल्ली। दिल्ली के आश्रम में चल रहे डर्टी गेम का अब पर्दाफाश हो गया है। बाबा चैतन्यानंद और उनके डर्टी गेम में अब एक और बड़ा खुलासा हुआ है। बता दें कि एक पूर्व छात्र और भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन के एक ईमेल ने इस पूरे खेल का भंडाफोड़ कर दिया। फिलहाल पुलिस बाबा चैतन्यानंद को गिरफ्तार करने के लिए उसके अलग-अलग ठिकानों पर छापेमारी कर रही है।

एक ईमेल ने खोले राज

जानकारी के मुताबिक बाबा चैतन्यानंद और उनके डर्टी गेम को उजागर करने में एक पूर्व छात्र और भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन के एक ईमेल ने इस पूरे खेल का भंडाफोड़ कर दिया। एफआईआर के मुताबिक, एक पूर्व छात्रा, जिसने इसी साल दक्षिण दिल्ली स्थित संस्थान से पढ़ाई पूरी की थी, ने 28 जुलाई को विश्वविद्यालय प्रशासन को पत्र लिखा था। ये पत्र 31 जुलाई को रिसीव हुआ। इसमें आरोप लगाया गया कि चैतन्यानंद छात्राओं से छेड़छाड़ और यौन उत्पीड़न कर रहे थे।

चैतन्यानंद के खिलाफ 300 पन्नों का सबूत

बता दें कि छात्राओं ने आरोप लगाया कि स्वामी चैतन्यानंद मनमाने फैसले लेते थे, धमकाते थे और देर रात व्हाट्सऐप पर मैसेज करते थे। 2 अगस्त को पीठम की ओर से वायु सेना मुख्यालय को तत्काल जवाब भेजा गया जिसमें बताया गया कि आरोपी के खिलाफ FIR नंबर 320/2025 पहले ही दर्ज की जा चुकी है। बताया गया कि आरोपी चैतन्यानंद सरस्वती के खिलाफ 300 से अधिक पन्नों के सबूत पुलिस को सौंपे गए हैं। छात्रों के बयान दर्ज कर नई FIR दर्ज की गई हैं। साथ ही पीठ ने भी आरोपी स्वामी का पावर ऑफ अटॉर्नी रद्द करते हुए 11 सदस्यीय नई गवर्निंग काउंसिल भी गठित कर दी।

डिग्री रोकने की देते थे धमकी

बाबा पर छात्रों ने आरोप लगाते हुए बताया कि वह अश्लील व आपत्तिजनक मैसेज करता था। FIR के मुताबिक आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS) की छात्राओं को देर रात स्वामी के क्वार्टर में बुलाया जाता था। इन कृत्यों का विरोध करने पर छात्राओं को डिग्री रोकने और दस्तावेज न देने की धमकियां दी जाती थीं।

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