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फिर सरहद में नहीं बंधी कला: पाक सिने कलाकारों ने आतंक को कहा कायर, जानें आतंकवाद के खिलाफ दुनिया को क्या दिया संदेश

Varta24 Desk
25 April 2025 8:30 PM IST
फिर सरहद में नहीं बंधी कला: पाक सिने कलाकारों ने आतंक को कहा कायर, जानें आतंकवाद के खिलाफ दुनिया को क्या दिया संदेश
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पहलगाम आतंकी हमले पर पाकिस्तानी कलाकारों की प्रतिक्रिया: माहिरा खान ने बताया 'कायरता का कार्य'



नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के लोकप्रिय पर्यटन स्थल पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकवादी हमले ने पूरे उपमहाद्वीप को दहला दिया है। इस भयावह हमले में 28 भारतीय नागरिकों और एक नेपाली नागरिक की जान चली गई, जबकि कई लोग गंभीर रूप से घायल हुए। इस त्रासदी ने न केवल भारत में बल्कि पड़ोसी देश पाकिस्तान में भी गहरी चिंता और संवेदना की लहर पैदा कर दी है। पाकिस्तान के कई प्रमुख कलाकारों ने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए शोक व्यक्त किया है।


पाकिस्तान की मशहूर अभिनेत्री माहिरा खान ने इस आतंकी हमले को “कायरता का कार्य” करार देते हुए सोशल मीडिया पर अपनी बात रखी। उन्होंने लिखा कि दुनिया में कहीं भी होने वाली हिंसा, चाहे वह किसी भी रूप में हो, केवल डर और कायरता को दर्शाती है। माहिरा ने पहलगाम हमले में मारे गए लोगों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं और उनके दुख में खुद को शामिल बताया।


माहिरा के साथ-साथ फवाद खान, हानिया आमिर, मावरा होसेन और अन्य कलाकारों ने भी हमले की निंदा करते हुए पीड़ितों के प्रति शोक प्रकट किया। इन कलाकारों ने अपने-अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर इंसानियत, सहानुभूति और एकजुटता की भावना को उजागर किया। फवाद खान ने इसे एक 'भयावह' घटना बताया और पीड़ित परिवारों के लिए प्रार्थना की।


हानिया आमिर ने कहा कि जब किसी निर्दोष की जान जाती है, तो वह दर्द केवल उस परिवार तक सीमित नहीं रहता, बल्कि हम सभी को छूता है। मावरा होसेन ने इसे पूरी मानवता पर हमला बताया और कहा कि आतंकवाद के खिलाफ सभी को मिलकर खड़ा होना चाहिए। अभिनेता उसामा खान ने X पर लिखा, "पहलगाम हमले के पीड़ितों के परिवारों और प्रियजनों के प्रति हार्दिक संवेदना। इस कठिन समय में उन्हें शक्ति मिले। आतंकवाद निंदनीय है, चाहे वह कहीं भी हो, चाहे पाकिस्तान में हो, भारत में हो या कहीं और। हमें ऐसी मूर्खतापूर्ण हिंसा के खिलाफ खड़ा होना चाहिए।"


इस हमले की गंभीरता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि यह 2019 के पुलवामा हमले के बाद सबसे बड़ा आतंकी हमला माना जा रहा है। बैसारन घाटी में हुए इस हमले ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि मासूम लोगों को निशाना बनाकर आखिर किस मकसद की पूर्ति की जा रही है।

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