
- Home
- /
- मुख्य समाचार
- /
- गर्मियों में सत्तु का...
गर्मियों में सत्तु का शरबत पीने के फायदे: ठंडक भी, ताकत भी

नई दिल्ली। गर्मियों में शरीर को ठंडक पहुंचाने और ऊर्जा बनाए रखने के लिए पारंपरिक पेय बेहद कारगर होते हैं। इन्हीं में से एक है सत्तु का शरबत, जो न सिर्फ शरीर को ठंडा रखता है बल्कि भूख, थकान और कमजोरी से भी बचाता है। सत्तु मुख्यतः भूने हुए चने से बनता है और इसमें भरपूर मात्रा में प्रोटीन, फाइबर, आयरन, मैग्नीशियम और अन्य जरूरी पोषक तत्व होते हैं।
सत्तु का फायदा
शरीर को ठंडक पहुंचाता है
गर्मियों में लू और डीहाइड्रेशन का खतरा सबसे ज्यादा होता है। सत्तु का शरबत शरीर का तापमान नियंत्रित करता है और भीतरी ठंडक प्रदान करता है, जिससे लू लगने की संभावना कम हो जाती है।
एनर्जी बूस्टर
सत्तु में मौजूद कार्बोहाइड्रेट और प्रोटीन शरीर को लंबे समय तक ऊर्जा देते हैं। कामकाजी लोगों, स्टूडेंट्स और खेतों में काम करने वालों के लिए यह एक परफेक्ट ड्रिंक है जो थकान को दूर करता है।
पाचन तंत्र के लिए फायदेमंद
सत्तु में मौजूद फाइबर पाचन तंत्र को मजबूत करता है और कब्ज, गैस, एसिडिटी जैसी समस्याओं से राहत दिलाता है। यह आंतों की सफाई में भी मदद करता है।
वजन नियंत्रित करने में मददगार
सत्तु का सेवन पेट को भरा हुआ महसूस कराता है, जिससे बार-बार भूख नहीं लगती। इससे ओवरईटिंग से बचाव होता है और वजन नियंत्रण में रहता है।
डायबिटीज और ब्लड प्रेशर में लाभकारी
सत्तु का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, जिससे यह डायबिटीज मरीजों के लिए फायदेमंद है। इसमें सोडियम की मात्रा भी कम होती है, जिससे यह हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों के लिए भी सुरक्षित है।
सत्तु पीने का सही समय और मात्रा
समय
- सुबह खाली पेट पीना सबसे लाभकारी होता है। यह दिनभर ऊर्जा देने में मदद करता है।
- दोपहर के भोजन के बाद भी इसे लिया जा सकता है, खासकर यदि धूप में बाहर जाना हो।
मात्रा
- वयस्कों के लिए दिन में 1 से 2 गिलास सत्तु का शरबत पर्याप्त होता है।
- एक गिलास में लगभग 2 टेबलस्पून सत्तु पाउडर, नींबू का रस, काला नमक और ठंडा पानी मिलाकर सेवन करें।
सावधानी
- बहुत अधिक मात्रा में सत्तु पीने से गैस या ब्लोटिंग की समस्या हो सकती है।
- यदि किसी को किडनी संबंधी समस्या है, तो डॉक्टर की सलाह से ही सेवन करें।