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आवारा कुत्तों के आतंक को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर बॉलीवुड सितारों ने जताया आक्रोश, जानें दिशा पाटनी, जाह्नवी कपूर, जॉन अब्राहम आदि ने क्या कहा

मुंबई। दिल्ली-एनसीआर में आवारा कुत्तों का आतंक देखते हुए सुप्रीम कोर्ट ने एक आदेश जारी किया है। जिसमें कुत्तों को पकड़कर शेल्टर होम भेजने को कहा गया। कोर्ट के इस फैसले से जहां कुछ लोग खुशी जता रहे हैं, वहीं ग्लैमरस वर्ल्ड के कई सितारों ने इसका कड़ा विरोध किया।
बता दें कि दिशा पाटनी SC के फैसले पर कहा कि वे इसे एक खतरा कहते हैं। हम इसे दिल की धड़कन कहते हैं। आज सुप्रीम कोर्ट कहता है कि दिल्ली-एनसीआर की सड़कों से हर आवारा कुत्ते को हटाकर बंद कर दो। न धूप। न आजादी। न जाने-पहचाने चेहरे जिनसे वे हर सुबह मिलते हैं। वहीं दिशा ने आगे कहा कि ये एक ठंडे, बेपरवाह शहर में गर्माहट हैं। हां, समस्याएं हैं - काटने की समस्या, सुरक्षा की चिंताएं - लेकिन जानवरों के पूरे समुदाय को पिंजरे में बंद करना कोई समाधान नहीं, बल्कि उन्हें मिटाना है। असली समाधान? बड़े पैमाने पर नसबंदी कार्यक्रम, नियमित टीकाकरण अभियान, सामुदायिक भोजन क्षेत्र और गोद लेने के अभियान। सजा नहीं। कारावास नहीं। जो समाज अपने बेज़ुबानों की रक्षा नहीं कर सकता, वह अपनी आत्मा खो रहा है। आज कुत्ते हैं। कल... कौन होगा? अपनी आवाज उठाओ। क्योंकि उनके पास कोई आवाज़ नहीं है।
वहीं जाह्नवी कपूर डॉग लवर हैं। एक्ट्रेस के घर में भी दो पैट डॉग है। ऐसे में कोर्ट के आदेश पर आपत्ति जताते हुए एक्ट्रेस ने कहा कि वो खतरा कहते हैं। लेकिन हम दिल की धड़कन कहते हैं। कोर्ट कहता है कि उन्हें बंद कर दो, जहां उन्हें कोई जाना हुआ चेहरा नहीं मिलेगा, ना सूरज की रोशनी। लेकिन ये सिर्फ 'आवार कुत्ते' नहीं हैं। ये वो हैं, जो बिस्किट के लिए आपकी चाय की दुकान के बाहर इंतजार करते हैं। फिर उनके लिए रात में पहरा देते हैं।
हालांकि रवीना टंडन ने अपनी पोस्ट में लोकल अधिकारियों पर आवारा जानवरों की नसबंदी के लिए ठीक से काम नहीं करने का आरोप लगाया। एक्ट्रेस ने कहा कि मुझे लगता है कि जहां इंडीज की आबादी बढ़ी है, वहां सच कहूं तो इन बेचारे कुत्तों को दोष नहीं दिया जा सकता है। इसका मतलब है कि लोकल यूनिट्स टीकाकरण और नसबंदी अभियान नहीं चला रहे हैं।
वहीं वरुण धवन ने कोर्ट के आदेश के खिलाफ नजर आए। एक्टर ने अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी पर एक नोट शेयर किया। जिसमें उन्होंने लोगों से कुत्तों के लिए अवाज उठाने की अपील की।
बॉलीवुड एक्टर जॉन अब्राहम ने इस फैसले के खिलाफ मुख्य न्यायाधीश बीआर गावई को पत्र लिखा कि इसमें एक्टर ने कहा कि मुझे उम्मीद है कि आप इस बात से सहमत होंगे कि ये 'आवारा' नहीं, बल्कि सामुदायिक कुत्ते हैं। उनको लोग सम्मान और प्यार देते हैं, और ये अपने आप में दिल्लीवासी हैं, जो पीढ़ियों से इस क्षेत्र में इंसानों के पड़ोसी के रूप में रह रहे हैं।