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कुल्लू में फटा बादल, मंडी में भूस्खलन, ब्यास नदी ने भी लिया रौद्र रूप, परेशानी ही परेशानी

Anjali Tyagi
19 Aug 2025 12:35 PM IST
कुल्लू में फटा बादल, मंडी में भूस्खलन, ब्यास नदी ने भी लिया रौद्र रूप, परेशानी ही परेशानी
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एक्सपर्ट्स ने जलवायु परिवर्तन और पहाड़ों में हो रहे अनियोजित निर्माण को हिमाचल में आपदा की वजह बताया है।

कुल्लू। हिमाचल प्रदेश में मानसून का प्रकोप देखने को मिल रहा है। आज कुल्लू जिले की लगघाटी में बादल फट गया है। जिससे भारी नुकसान हुआ है। जबकि शिमला और मंडी में भूस्खलन से सड़कें और जनजीवनपूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है। आपदा प्रभावितों की मदद के लिए प्रशासन राहत व बचाव कार्यों में लगा हुआ है।

शिमला और मंडी में मानसून का प्रकोप

कुल्लू के अलावा शिमला और मंडी जिलों में भी मानसून का प्रकोप देखने को मिल रहा है। भारी बारिश के कारण कई जगहों पर भूस्खलन हुए, जिससे मुख्य सड़कें बंद हो गईं और यातायात ठप हो गया। मंडी जिले में चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे पर मलबा आने से कई घंटों तक जाम लगा रहा। शिमला जिले में भी कई ग्रामीण सड़कों पर भूस्खलन हुआ है, जिससे गांवों का संपर्क टूट गया है।

ब्यास नदी का का बढ़ा जलस्तर

बता दें कि कुल्लू में ब्यास नदी भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। नदी का जलस्तर इतना बढ़ गया है कि भूतनाथ पुल के पास की सड़क पूरी तरह से बह गई है। यह पुल कुल्लू के लिए बेहद महत्वपूर्ण है और इसके पास की सड़क का बह जाना एक बड़ी समस्या बन गई है। फिलहाल प्रशासन ने नदी के किनारे रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी है।

स्कूलों और कॉलेजों को किया गया बंद

हिमाचल प्रदेश सरकार ने इस आपदा से निपटने के लिए सभी जिलों में आपातकालीन टीमों को अलर्ट पर रखा है। प्रशासन ने कई जिलों में स्कूलों और कॉलेजों को बंद करने का फैसला किया है। साथ ही साथ सरकार ने प्रभावित परिवारों को हर संभव मदद देने का वादा किया है।

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