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धनतेरस 2025: सुबह 04:43 बजे से शुरू होगा ब्रह्म मुहूर्त, जानिए खरीदारी के सभी शुभ समय

हिंदू पंचांग के अनुसार, कार्तिक महीने के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को धनतेरस का त्योहार मनाया जाता है। इस वर्ष धनतेरस 18 अक्टूबर, शनिवार को पड़ रही है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इसी दिन भगवान धन्वंतरि समुद्र मंथन से प्रकट हुए थे, इसलिए इसे धन्वंतरि जयंती भी कहा जाता है। इस दिन माता लक्ष्मी, भगवान कुबेर, भगवान धन्वंतरि और यम देवता की विशेष पूजा का विधान है।
धनतेरस के दिन सोना-चांदी, बर्तन, झाड़ू, वस्त्र, धनिया और गणेश-लक्ष्मी की मूर्तियां खरीदना शुभ माना जाता है। मान्यता है कि इस दिन चांदी या पीतल की वस्तुएं खरीदने से घर में सुख-समृद्धि बढ़ती है और धन की वृद्धि होती है।
धनतेरस पर ब्रह्म मुहूर्त का समय
धनतेरस के दिन ब्रह्म मुहूर्त सुबह 04:43 बजे से शुरू होकर 05:33 बजे तक रहेगा। यह समय पूजा और आध्यात्मिक साधना के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है।
धनतेरस पूजा का शुभ मुहूर्त 2025
हिंदू पंचांग के अनुसार, कार्तिक मास की कृष्ण त्रयोदशी तिथि 18 अक्टूबर दोपहर 12:20 बजे से शुरू होकर 19 अक्टूबर दोपहर 01:52 बजे तक रहेगी। इस दिन धनतेरस पूजा का शुभ समय शाम 07:16 बजे से रात 08:20 बजे तक रहेगा।
धनतेरस पर खरीदारी के शुभ समय (2025)
सुबह के मुहूर्त:
ब्रह्म मुहूर्त: 04:43 बजे से 05:33 बजे तक
प्रातः सन्ध्या: 05:08 बजे से 06:24 बजे तक
अमृत काल: 08:50 बजे से 10:33 बजे तक
अभिजित मुहूर्त: 11:43 बजे से 12:29 बजे तक
विजय मुहूर्त: 02:00 बजे से 02:46 बजे तक
गोधूलि मुहूर्त: 05:48 बजे से 06:14 बजे तक
सुबह के शुभ चौघड़िया मुहूर्त:
शुभ (उत्तम): 07:49 बजे से 09:15 बजे तक
लाभ (उन्नति): 01:32 बजे से 02:57 बजे तक
अमृत (सर्वोत्तम): 02:57 बजे से 04:23 बजे तक
शाम के शुभ चौघड़िया मुहूर्त:
लाभ (उन्नति): 05:48 बजे से 07:23 बजे तक
शुभ (उत्तम): 08:57 बजे से 10:32 बजे तक
अमृत (सर्वोत्तम): 10:32 बजे से 12:06 बजे तक
सोना-चांदी खरीदने के लिए प्रदोष और वृषभ काल
धनतेरस के दिन प्रदोष काल और वृषभ काल को खरीदारी के लिए अत्यंत शुभ माना गया है।
प्रदोष काल: शाम 05:48 बजे से रात 08:20 बजे तक
वृषभ काल: शाम 07:16 बजे से रात 09:11 बजे तक
इन शुभ समयों में की गई खरीदारी से धन की वृद्धि, सुख-समृद्धि और घर में सकारात्मक ऊर्जा के आने की मान्यता है। इसलिए इस धनतेरस पर लोग इन मुहूर्तों के अनुसार खरीदारी की योजना बना रहे हैं ताकि पूरे वर्ष समृद्धि बनी रहे।