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दिल्ली के छतरपुर मंदिर से धीरेंद्र शास्त्री की सनातन हिंदू एकता पदयात्रा शुरू, जानें कब वृंदावन पहुंचेगी

Shilpi Narayan
7 Nov 2025 5:33 PM IST
दिल्ली के छतरपुर मंदिर से धीरेंद्र शास्त्री की सनातन हिंदू एकता पदयात्रा शुरू, जानें कब वृंदावन पहुंचेगी
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नई दिल्ली। दिल्ली के छतरपुर मंदिर से बागेश्वर धाम के प्रमुख धीरेंद्र शास्त्री की सनातन हिंदू एकता पदयात्रा शुरू हो गई है। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता सहित सांसद मनोज तिवारी और मंत्री कपिल मिश्रा ने बागेश्वर धाम प्रमुख धीरेंद्र शास्त्री की सनातन हिंदू एकता पदयात्रा में भाग लिया, जो 7 नवंबर को कात्यायनी मंदिर से शुरू हो गई है और अब 16 नवंबर को वृंदावन पहुंचेगी। सीएम रेखा ने अपने एक्स हेंडल पर एक पोस्ट साझा किया है और साथ ही कुछ तस्वीरें भी साझा की है।

देश में एकता, श्रद्धा और आध्यात्मिक चेतना का संदेश दे रही है

सीएम रेखा गुप्ता ने पोस्ट साझा कर लिखा कि छतरपुर स्थित कात्यायनी शक्ति पीठ में आयोजित सनातन हिंदू एकता पदयात्रा 2025 “श्री बागेश्वर बालाजी का श्री बांके बिहारी से मिलन” में सम्मिलित होना एक अत्यंत अलौकिक और भावनात्मक अनुभव रहा। बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी द्वारा प्रारंभ यह दिव्य पदयात्रा छतरपुर के कात्यायनी शक्ति पीठ मंदिर से आरंभ होकर वृंदावन स्थित श्री बांके बिहारी मंदिर तक पहुंचेगी। यह यात्रा सनातन संस्कृति की आत्मा को पुनः जाग्रत करते हुए पूरे देश में एकता, श्रद्धा और आध्यात्मिक चेतना का संदेश दे रही है। इस आध्यात्मिक यात्रा के माध्यम से हमारे आस्था और एकत्व के संस्कार पुनः पुष्ट हो रहे हैं।

सनातन विचार और राष्ट्रवाद के पुनर्जागरण की यात्रा

सनातन हिंदू एकता यात्रा शुरू होने से पहले धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि यह तलवारों की नहीं, विचारों की लड़ाई है। यह सनातन विचार और राष्ट्रवाद के पुनर्जागरण की यात्रा है। धीरेंद्र शास्त्री ने बृहस्पतिवार को बताया कि सनातन हिंदू एकता पदयात्रा शुक्रवार सुबह कात्यायनी माता मंदिर से राष्ट्रगान और हनुमान चालीसा के साथ प्रारंभ होगी। यह यात्रा दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के छह जिलों के लगभग 422 ग्राम पंचायतों से गुजरेगी। यात्रा की कुल दूरी 150 किलोमीटर होगी और यह दस दिन तक चलेगी। उन्होंने बताया कि अब तक करीब 40,000 श्रद्धालुओं का पंजीकरण हो चुका है और यह संख्या एक लाख तक पहुंच सकती है।

आने वाली पीढ़ियां सनातन परंपरा और राष्ट्रवाद की राह पर चलें

धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि यात्रा में देशभर से संत, महंत, अभिनेता, खिलाड़ी और राजनेता शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि हम मुसलमानों या ईसाइयों के खिलाफ नहीं, बल्कि हिंदुओं के पक्ष में पदयात्रा कर रहे हैं। यह किसी राजनीतिक दल के समर्थन या विरोध की यात्रा नहीं, बल्कि विचारों की क्रांति है। हमारा उद्देश्य है कि आने वाली पीढ़ियां सनातन परंपरा और राष्ट्रवाद की राह पर चलें।

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