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मनी लॉन्ड्रिंग मामले में रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ ED ने दायर की चार्जशीट! 7 करोड़ की जमीन 58 करोड़ की हुई, जानें क्या है मामला?

नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा के पति और व्यवसायी रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में आरोप पत्र दायर कर दिया है। इसमें कई अन्य व्यक्तियों और कंपनियों के नाम भी शामिल हैं। जिसके चलते शेखोपुर लैंड डील मामले में चार्जशीट दाखिल करने के साथ ही ईडी ने रॉबर्ट वाड्रा की 36 करोड़ की 43 संपत्तियां भी जब्त कर ली हैं। बता दें कि मामले में मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप और डीएलएफ को जमीन ट्रांसफर का मुद्दा शामिल है।
चार साल में 7 करोड़ की जमीन 58 करोड़ की हुई
2008 में स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी प्राइवेट लिमिटेड कंपनी ने करीब साढ़े तीन एकड़ भूमि साढ़े सात करोड़ रुपये में खरीदी थी और सितंबर, 2012 में डीएलएफ को 58 करोड़ रुपये में बेच दी गई। जिसे चर्चित आईएएस अधिकारी अशोक खेमका ने उक्त भूमि का म्यूटेशन खारिज कर दिया तो यह लैंड डील चर्चा में आई। जांच एजेंसी के अनुसार, इस डील में संदिग्ध फंडिंग और मनी लॉन्ड्रिंग का खेल हुआ था।
पांच घंटे तक की पूछताछ
बता दें कि इससे पहले सोमवार 14 जुलाई को प्रवर्तन निदेशालय कांग्रेस नेता सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा से करीब पांच घंटे तक पूछताछ की थी। रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ जार्चशीट दाखिल होने से सियासी गलियारों में हलचल तेज हो गई है। बता दें कि ये मामला भगोड़े हथियार डीलर संजय भंडारी से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप से जुड़ा है। शेखोपुर जमीन घोटाले में ईडी ने रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ गुरुवार को सप्लीमेंट्री चार्जशीट दाखिल की है। ईडी के मुताबिक जांच के दौरान सामने आए नए तथ्यों को शामिल करते हुए सप्लीमेंट्री चार्जशीट दायर की गई है।
इस मामले का खुलासा कैसे हुआ?
जानकारी के मुताबिक राबर्ट वाड्रा से जुड़े इस मामले में हुई गड़बड़ी का खुलासा आईएएस अशोक खेमका ने किया था। इसके बाद वे सुर्खियों में आ गए थे। बीते एक दशक से रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ लगे आरापों का इस्तेमाल विपक्षी पार्टियों ने अलग-अलग चुनावों में कांग्रेस पर आरोप साधने के लिए किया है।
किन-किन लोगों पर लगे है आरोप ?
दिसंबर 2023 में ईडी ने इस मामले में यूएई स्थित व्यवसायी सीसी थंपी और ब्रिटेन के हथियार डीलर संजय भंडारी के रिश्तेदार सुमित चड्ढा के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी। चार्जशीट में वाड्रा और उनकी पत्नी प्रियंका गांधी का नाम आरोपी के तौर पर नहीं है, लेकिन उनकी भूमि खरीद-बिक्री का विवरण शामिल है।
क्या है पूरा मामला
दरअसल यह पूरा मामला हरियाणा के शेखोपुर गांव की 3.2 एकड़ जमीन से जुड़ा है। ईडी की जांच में रॉबर्ट बाड्रा की कंपनी स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी और ओंकारेश्वर प्रोपर्टीज के बीच हुए जमीन के ट्रांसफर को लेकर हुए लेनदेन में अनियमितताओं का आरोप है। मामले की जांच तब शुरू हुई जब 2018 में हरियाणा के तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, डीएलएफ और ओंकारेश्वर प्रोपर्टीज के खिलाफ भ्रष्टाचार, जालसाजी और धोखाधड़ी के आरोप में मुकदमा दर्ज हुआ। बता दें कि इस जमीन पर अब गुरूग्राम का सेक्टर-83 बसा हुआ है।