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FLOOD: मथुरा-वृंदावन में हाई अलर्ट! यमुना से सटी दर्जनों कॉलोनियों में चार-चार फीट तक भरा पानी, अभी और बढ़ सकता है जलस्तर

Anjali Tyagi
5 Sept 2025 1:17 PM IST
FLOOD: मथुरा-वृंदावन में हाई अलर्ट! यमुना से सटी दर्जनों कॉलोनियों में चार-चार फीट तक भरा पानी, अभी और बढ़ सकता है जलस्तर
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मथुरा में बीते 24 घंटे में यमुना का जलस्तर 166.40 मीटर से 16 सेंटीमीटर अधिक दर्ज किया गया है, जोकि खतरे के निशान 166 मीटर से 56 सेंटीमीटर अधिक है।

मथुरा। पहाड़ी क्षेत्रों में भारी बारिश होने से यमुना का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। इससे कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं। मथुरा-वृंदावन में यमुना से सटी दर्जनों कॉलोनियों में चार-चार फीट तक पानी भर गया है। अभी जलस्तर में और बढ़ोतरी दर्ज की जा सकती है। जिसके चलते प्रशासन ने यमुना जलस्तर को लेकर हाई अलर्ट जारी किया है

हथिनीकुंड से छोड़े गए पानी की वजह से मथुरा में बाढ़ जैसे हालात

मथुरा-वृंदावन यमुना खादर का भी यही हाल है। दर्जनों कॉलोनियां जलमग्न हो चुकी हैं, तो कई कॉलोनियों में धीरे-धीरे पानी घुस रहा है। बीते दिनों हथिनीकुंड से 3.29 लाख क्यूसेक छोड़े गए पानी की वजह से मथुरा में बाढ़ से हालात बेकाबू होते नजर आ रहे हैं।

वृंदावन में कालिंदी ने लोगों की उड़ाई नींद

वृंदावन में कालिंदी ने लोगों की नींद उड़ा रखी है। दरअसल यमुना के बढ़ते जलस्तर से लोग चिंतित हैं। यमुना नदी का पानी घाटों से निकलकर कॉलोनियों और सड़कों पर नजर आ रही है। सुरक्षा को देखते हुए की घाटों को बंद कर दिया गया है।

देवराह बाबा घाट को भी किया गया बंद

पहले तो केसी घाट को बंद किया गया था, लेकिन अब देवराह बाबा घाट को भी कर दिया है। जगन्नाथ घाट और कालिदह मार्ग में सड़कें यमुना के पानी से लबालब हो रही हैं। यहां भी प्रशासन ने बैरियर लगा दिए हैं।

यमुना का जलस्तर 166.40 मीटर से 16 सेंटीमीटर तक पहुंचा

बता दें कि बीते 24 घंटे में यमुना का जलस्तर 166.40 मीटर से 16 सेंटीमीटर अधिक दर्ज किया गया है, जोकि खतरे के निशान 166 मीटर से 56 सेंटीमीटर अधिक है। हथिनीकुंड से 1.32 लाख क्यूसेक और ओखला से 2.44 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है, जबकि गोकुल बैराज से 1.11 लाख क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया जा रहा है।

प्रशासन ने बनाए चार शेल्टर होम

जानकारी के मुताबिक तहसील प्रशासन ने बाढ़ पीड़ितों के लिए क्षेत्र में चार शेल्टर होम बनाए हैं। इनमें विकास, पुलिस, राजस्व एवं मेडिकल की व्यवस्था की गई है। बता दें कि शेल्टर होम यमुना के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए गांव शाहपुर, धानौता, गुलालपुर व नगला नंदी में बनाए गए हैं।

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