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Imli: खट्टी -मिट्टी इमली! कई गुणों से भरपूर, जानें इसके फायदे और नुकसान

नई दिल्ली। इमली न केवल एक स्वादिष्ट फल है, बल्कि यह सेहत के लिए भी बेहद फायदेमंद है। इमली जब कच्ची होती है तो इसका बाहरी हिस्सी दरदरा हरा होता है और पकने के दौरान यह लाल और भूरे रंग में पाया जाता है। इमली के फल के अंदर गूदा और कुछ बीज पाए जाते हैं। यह स्वाद में खट्टे और पकने के बाद खट्टे और मीठे दोनों होते हैं। वहीं इमली का पेड़ समय के साथ बहुत बड़ा हो सकता है और इसकी छोटी-छोटी पत्तियां एक पतली डंडी से जुड़ी होती हैं। इसके सेवन के कई सारे फायदे भी होते है।
इमली के पोषक तत्व
इमली में प्रोटीन, फाइबर, कार्बोहाइड्रेट्स, फोलेट, विटामिन सी, विटामिन ए, ई, के, बी6, फॉस्फोरस, पोटैशियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम, आयरन, फाइटोकेमिकल्स, एंटीऑक्सीडेंट्स और एंटीबैक्टीरियल जैसे गुण पाए जाते हैं, जो शरीर को कई लाभ पहुंचाने में मददगार है।
इमली के फायदे
पाचन में सुधार- इमली में फाइबर होता है जो पाचन को बेहतर बनाता है और कब्ज को दूर करता है।
वजन घटाने में मदद- इमली में कैलोरी कम होती है और यह भूख को नियंत्रित करने में मदद करती है।
इम्यूनिटी बढ़ाना- इमली में विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो इम्यूनिटी को बढ़ाते हैं।
हृदय स्वास्थ्य- इमली में मौजूद गुण हृदय को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं।
त्वचा के लिए- इमली में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो त्वचा को स्वस्थ रखते हैं।
मस्तिष्क और तंत्रिका तंत्र- इमली में बी विटामिन होते हैं जो मस्तिष्क और तंत्रिका तंत्र के लिए फायदेमंद होते हैं।
खून का संचार- इमली के सेवन से शरीर में रक्त का संचार अच्छे से होता है।
इमली के नुकसान
- इमली का खट्टापन एसिडिक होता है, जिससे पेट में जलन, गैस, और एसिडिटी की समस्या हो सकती है।
- इमली का खट्टा स्वाद और एसिडिटी दांतों पर भी बुरा असर डाल सकती है। इमली में मौजूद अम्ल दांतों के इनेमल को कमजोर कर सकता है, जिससे दांतों में सड़न या संवेदनशीलता बढ़ सकती है।
- इमली में एसिडिक गुण होते हैं, जो कभी-कभी गले में जलन या खराश का कारण बन सकते हैं।
- इमली में पोटेशियम की अच्छी मात्रा होती है, जो हृदय के लिए फायदेमंद है, लेकिन पोटेशियम का अधिक सेवन दिल के रोगियों के लिए नुकसानकारी हो सकता है।
- गर्भवती महिलाओं को इमली का सेवन अत्यधिक मात्रा में करने से बचना चाहिए। हालांकि, सामान्य रूप से इमली गर्भवती महिलाओं के लिए हानिकारक नहीं है, लेकिन अत्यधिक खट्टापन और एसिडिटी से पेट की समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
- इमली के अत्यधिक सेवन से पेट में सूजन और पेट दर्द की समस्या हो सकती है, विशेष रूप से उन लोगों के लिए जिनका पाचन तंत्र कमजोर है।
- कुछ लोगों को इमली के सेवन से त्वचा पर एलर्जी हो सकती है। इसके कारण त्वचा पर लाल चकत्ते, खुजली या जलन हो सकती है।
इमली का सेवन कैसे करें
इमली का पानी- इमली को पानी में भिगोकर उसका पानी पीने से पाचन तंत्र ठीक रहता है और शरीर को ऊर्जा मिलती है।
इमली की चटनी- इमली की चटनी या अचार का सेवन भोजन के साथ स्वाद बढ़ाने के लिए किया जा सकता है।
इमली का रस- इमली का ताजे रस का सेवन भी सेहत के लिए लाभकारी होता है, खासकर गर्मी में।
इमली का शरबत- गर्मी में इमली का शरबत पीने से शरीर को ठंडक मिलती है और प्यास बुझती है।
एक दिन में कितनी इमली खाएं
इस फल में कैलोरी अधिक होती है और इसे संयमित मात्रा में सेवन करना चाहिए। आप इसे स्वस्थ, संतुलित आहार में शामिल करते हुए प्रतिदिन 30 ग्राम का सेवन कर सकते हैं।