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SCO Summit: भारत ने चीन के सामने ही पाक को लगाई फटकार, चीन को भी अपने अंदाज में दे डाली चेतावनी, जानें क्या बोले विदेश मंत्री

Anjali Tyagi
16 July 2025 11:18 AM IST
SCO Summit: भारत ने चीन के सामने ही पाक को लगाई फटकार, चीन को भी अपने अंदाज में दे डाली चेतावनी, जानें क्या बोले विदेश मंत्री
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भारत ने पहलगाम के बदले ऑपरेशन सिंदूर करके बिलकुल ठीक किया।

नई दिल्ली। विदेश मंत्री एस जयशंकर चीन के तियानजिन में आयोजित शंघाई सहयोग शिखर सम्मेलन ( SCO) की बैठक में शामिल हुए। जहां उन्होंने चीन के सामने ही पाकिस्तान को कड़ी फटकार लगा दी। साथ ही साथ आंतकवाद को लेकर भारत के कड़े रूख को सामने रखते हुए साफ-साफ कहा कि भारत आतंकवाद को कतई बर्दाश्त नहीं करेगा। जयशंकर ने कहा कि भारत आतंकियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करेगा। इसके साथ ही उन्होंने पाक की मदद करने पर चीन को भी अपने अंदाज में चेतावनी दी। भारत की इस लताड़ के बाद पाकिस्तान के सुर बदले-बदले दिखे।

भारत आतंकवाद को कतई बर्दाश्त नहीं करेगा

विदेश मंत्री एस जयशंकर SCO की बैठक में सीमा पार आतंकवाद के मुद्दे पर चीन और पाकिस्तान को एक साथ कड़ा संदेश दिया। उन्होंने पहलगाम हमले का जिक्र किया और कहा कि भारत आतंकवाद को कतई बर्दाश्त नहीं करेगा और आतंकियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करेगा।

जयशंकर की फटकार से डरा पाकिस्तान

जयशंकर की कड़ी फटकार पर पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार के सुर काफी नरम पड़ गए। वह कहने लगे कि पाकिस्तान शांति और स्थिरता वाला रिश्ता चाहता है।

पाकिस्तान और चीन की बोलती हुई बंद

जयशंकर ने पहलगाम आतंकवादी हमले के जवाब में पाक पर ऑपरेशन सिंदूर की कार्रवाई को बिलकुल सही ठहराते हुए कहा कि एससीओ समूह को आतंकवाद और चरमपंथ से निपटने के अपने स्थापना उद्देश्य पर कायम रहना चाहिए और इन चुनौतियों से निपटने में कोई समझौता नहीं करने वाला रुख अपनाना चाहिए। जयशंकर ने कहा कि पहलगाम हमला जम्मू-कश्मीर की पर्यटन अर्थव्यवस्था को कमजोर करने और धार्मिक विभाजन पैदा करने की साजिश के तहत किया गया था। जिससे जयशंकर का यह रुख देखकर पाकिस्तान और चीन की बोलती बंद हो गई।

चीन के मुंह पर ही बीआरआई की आलोचना

जयशंकर ने इस दौरान कहा कि भारत आतंकवाद का सामना करने के लिए अपनी प्रतिक्रिया में दृढ़ रहेगा। एससीओ विदेश मंत्रियों की बैठक को संबोधित करते उन्होंने कहा कि भारत नए विचारों और प्रस्तावों पर सकारात्मक रुख अपनाता रहेगा। साथ ही उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इस तरह का सहयोग "परस्पर सम्मान", "संप्रभु समानता" और सदस्य देशों की "क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता" के अनुरूप होना चाहिए।

जयशंकर पाकिस्तान और चीन दोनों को लिया आड़े हाथों

बता दें कि विदेश मंत्री जयशंकर के हमलावर रुख अपनाते हुए पाकिस्तान और चीन दोनों को आड़े हाथों लिया। 'ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान चीन द्वारा पाकिस्तान को सहयोग दिए जाने तथा संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में पाकिस्तान के आतंकवादियों पर प्रतिबंध लगाने के प्रयासों में चीन द्वारा बाधा डाले जाने के मामलों को लेकर भारत में चिंता के बीच, विदेश मंत्री ने एससीओ से आतंकवाद से निपटने में 'कोई समझौता नहीं करने वाला' रुख अपनाने का आह्वान किया। जयशंकर ने "संघर्ष, प्रतिस्पर्धा के साथ-साथ आर्थिक अस्थिरता पर भी चिंता जताई और वैश्विक व्यवस्था को स्थिर करने तथा दीर्घकालिक चुनौतियों का समाधान करने की आवश्यकता को रेखांकित किया। विदेश मंत्री के संबोधन का मुख्य केंद्रबिंदु आतंकवाद से प्रभावी ढंग से निपटने का उनका आह्वान था।

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