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Iran Israel War : अमेरिका की एयरस्ट्राइक के बाद ईरान में हालात बिगड़े, दुनिया के कई देशों की प्रतिक्रिया आई सामने, जानें क्या कहा

नई दिल्ली। अमेरिका की ईरान में एयरस्ट्राइक के बाद अब हालात काफी बिगड़ चुके हैं। इस बीच बहरीन ने अपने सिविल कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम करने को कहा है। बता दें कि बहरीन में अमेरिका का नेवल बेस है।
कई ठिकानों पर मिसाइलें दागीं
वहीं अमेरिका की एयरस्ट्राइक के बाद ईरान ने इजरायल के तेल अवीव और हाइफा समेत कई ठिकानों पर मिसाइलें दागीं हैं। इनमें तेल अवीव का बेन गुरियन एयरपोर्ट, बायोलॉजिकल रिसर्च सेंटर, डिसीजन मेकिंग सेंटर और एयरबेस शामिल हैं।
अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा है
अमेरिका की एयरस्ट्राइक पर ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर का पहला रिएक्शन सामने आया है। उन्होंने X पर लिखा कि ईरान का परमाणु कार्यक्रम अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा है। ईरान को कभी भी परमाणु हथियार विकसित करने की अनुमति नहीं दी जा सकती और अमेरिका ने उस खतरे को कम करने के लिए कार्रवाई की है। मिडिल ईस्ट में स्थिति अस्थिर बनी हुई है और इस क्षेत्र में स्थिरता एक प्राथमिकता है। हम ईरान से बातचीत की मेज पर लौटने और इस संकट को समाप्त करने के लिए एक कूटनीतिक समाधान पर पहुंचने का आह्वान करते हैं।
सैन्य हमलों की कड़ी निंदा की
बता दें कि अमेरिका के ईरान पर किए हमले के बाद पाकिस्तान का पहला रिएक्शन सामने आया है। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने एक आधिकारिक बयान जारी कर अमेरिका द्वारा ईरान के तीन प्रमुख परमाणु ठिकानों पर किए गए सैन्य हमलों की कड़ी निंदा की है।
पाक के विदेश मंत्रालय ने आगे कहा कि ईरान की संप्रभुता पर किया गया यह हमला क्षेत्रीय शांति और स्थिरता के लिए गंभीर खतरा है। पाकिस्तान ने अमेरिका द्वारा ईरान के परमाणु ठिकानों पर किए गए ताजा हमलों को लेकर गहरी चिंता जताई है।पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने कहा कि ये हमले पहले से ही जारी इजरायली कार्रवाईयों का ही हिस्सा हैं। इससे क्षेत्र में तनाव और हिंसा और अधिक बढ़ सकती है।
शांति के लिए गंभीर खतरा है
दरअसल अमेरिका की ओर से किए गए ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमले पर इराक की भी प्रतिक्रिया आई है। इराक का कहना है कि ईरान पर अमेरिकी हमला क्षेत्रीय शांति के लिए गंभीर खतरा हैं।
ईरान करबला को याद रखता है
बता दें कि अमेरिका के ईरान पर किए हमले पर नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि ईरान के तीन परमाणु प्रतिष्ठानों पर अमेरिका द्वारा किए गए हमले और इजरायल और ईरान के बीच चल रहे संघर्ष पर कहा, अगर उन्हें लगता है कि ईरान हथियार छोड़ देगा, तो वे गलतफहमी में हैं। ईरान करबला को याद रखता है। यह समझता है कि यह दूसरा करबला है। वे अपनी गर्दनें कटवा देंगे, लेकिन गर्दनें झुकाएंगे नहीं।