Begin typing your search above and press return to search.
मुख्य समाचार

रूस से तेल खरीदने की चिढ़ : अमेरिकी ट्रेजरी सचिव ने भारत को दी चेतावनी, बढ़ सकता है टैरिफ

Aryan
14 Aug 2025 5:43 PM IST
रूस से तेल खरीदने की चिढ़ : अमेरिकी ट्रेजरी सचिव ने भारत को दी चेतावनी, बढ़ सकता है टैरिफ
x
अमेरिका रूस एवं यूक्रेन के बीच संघर्ष को समाप्त करने के लिए मध्यस्थता करने का प्रयास कर रहा है

नई दिल्ली। वॉशिंगटन ने भारत को चेतावनी दी है कि रूस से तेल खरीदने के मामले में अमेरिका और टैरिफ बढ़ा सकता है। अमेरिकी ट्रेजरी सचिव स्कॉट बेसेंट के मुताबिक यह निर्णय राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की अलास्का में शुक्रवार को होने वाली बैठक के परिणाम पर आधारित होगा।

अमेरिकी ट्रेजरी सचिव स्कॉट बेसेंट ने कहा

अमेरिकी ट्रेजरी सचिव स्कॉट बेसेंट ने कहा, हमने भारत पर रूस से तेल खरीदने के लिए सेकेंडरी टैरिफ लगाए हैं। अगर चीजें जल्द ठीक नहीं हुईं, तो सेकेंडरी टैरिफ बढ़ सकते हैं। इस माह की शुरुआत में ट्रंप के द्वारा रूस से तेल और हथियार खरीदने पर भारत पर 25% अतिरिक्त टैरिफ लगाया गया था। अमेरिका रूस एवं यूक्रेन के बीच संघर्ष को समाप्त करने के लिए मध्यस्थता करने का प्रयास कर रहा है। आगे ट्रेजरी सचिव ने कहा, राष्ट्रपति ट्रंप राष्ट्रपति पुतिन से मिल रहे हैं और यूरोपीय देश यह बता रहे हैं कि उन्हें क्या करना चाहिए।

रूसी क्रूड आयात में वृद्धि ने भारत-अमेरिका संबंधों में तनाव पैदा किया

रूसी क्रूड आयात में वृद्धि ने भारत-अमेरिका संबंधों में तनाव पैदा किया है और वॉशिंगटन के साथ चल रही व्यापार बातचीत को बाधित कर दिया है। 2024 में भारत के तेल आयात में रूसी तेल का हिस्सा 35% से 40% तक पहुंच गया है, जो 2021 में मात्र 3% था।

ट्रंप का टैरिफ अमेरिकी अर्थव्यवस्था मजबूत करेगा

ट्रंप ने कहा है कि उनका टैरिफ अमेरिकी अर्थव्यवस्था को मजबूत करेगा और वैश्विक व्यापार को अधिक निष्पक्ष बनाने की योजना का हिस्सा है। उन्होंने भारत को बार-बार टैरिफ दुरुपयोग करने वाला कहा है तथा 45 अरब डॉलर के व्यापार घाटे को कम करना चाहते हैं।

अमेरिकी वार्ता दल 25 अगस्त को भारत पहुंच सकता है

वाणिज्यिक वार्ता के लिए अमेरिकी वार्ता दल 25 अगस्त को भारत पहुंच सकता है। विशेषज्ञों का कहना है कि भारत का कृषि और डेयरी उत्पादों पर शुल्क कम करने से इनकार करना ही वार्ता में सबसे बड़ा अवरोध है।


Next Story