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खालिस्तानी संगठन को कनाडा से मिलती है फंडिंग! कनाडा सरकार की एक रिपोर्ट में हुआ बड़ा खुलासा, क्या इससे भारत और कनाडा के संबंधों में आएगा तनाव...

नई दिल्ली। कनाडा से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है। एक रिपोर्ट के अनुसार यहां खालिस्तानी चरमपंथी समूहों को कनाडा से ही बड़ी मात्रा में फंडिंग मिल रही है। वहीं इसकी कोई और नहीं बल्कि कनाडा सरकार ने पुष्टि की है। हालांकि इस पैसा से हिंसक गतिविधियों और आतंकवाद को बढ़ावा देने में इस्तेमाल हो रहा है। इस रिपोर्ट के सामने आने के बाद भारत और कनाडा के संबंधों में तनाव बढ़ सकता है। हालांकि अब देखने वाली बात होगी भारत सरकार अब इस मामले क्या रूख अपनाती है।
सरकारी रिपोर्ट ने मचाई सनसनी
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, कनाडा में हिंसक खालिस्तानी आंदोलन के बढ़ते प्रभाव के बीच एक सरकारी रिपोर्ट ने सनसनी मचा दी है। वहीं इस रिपोर्ट में कनाडा सरकार ने यह स्वीकार किया है कि खालिस्तानी चरमपंथी समूहों को देश के भीतर से ही वित्तीय मदद मिल रही है। यह पैसा हिंसक और अलगाववादी गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है। अब इस खुलासे के बाद भारत और कनाडा के बीच नया मोड़ आ गया है। हालांकि इस रिपोर्ट को '2025 Assessment of Money Laundering and Terrorist Financing Risk in Canada' नाम दिया गया है, जिसे कनाडा के वित्त विभाग ने जारी किया है।
भारत विरोधी गतिविधियों के लिए इस्तेमाल किया जाता
इस रिपोर्ट में खालिस्तानी हिंसक चरमपंथी समूहों को 'आतंकवादी संस्थाएं' बताया गया है। इसमें यह भी कहा गया है कि इन संगठनों को कनाडा से वित्तीय सहायता मिल रही है। रिपोर्ट के अनुसार, 'बब्बर खालसा इंटरनेशनल' और 'इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन' जैसे खालिस्तानी समूहों को कनाडा से सबसे ज्यादा पैसा मिला है। यह पैसा गुप्त रूप से इकट्ठा किया जाता है और फिर भारत विरोधी गतिविधियों के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
कनाडा की धरती से ही खालिस्तानी चरमपंथ को बढ़ावा मिल रहा है
बता दें कि इस रिपोर्ट में साफ तौर पर बताया गया है कि खालिस्तानी चरमपंथी भारत के पंजाब में एक अलग राज्य 'खालिस्तान' स्थापित करने के लिए हिंसक तरीकों का सहारा ले रहे हैं। इसके लिए वे कनाडा जैसे देशों में धन जुटाने का एक बड़ा नेटवर्क चलाते थे। वहीं इसमें यह भी कहा गया है कि हाल के वर्षों में इस फंडिंग नेटवर्क में कमी आई है। हालांकि इस बात की पुष्टि होना कि कनाडा की धरती से ही खालिस्तानी चरमपंथ को बढ़ावा मिल रहा है। साथ ही यह काफी चिंताजनक है। रिपोर्ट में कहा गया है कि 'कनाडा में आपराधिक संहिता के तहत सूचीबद्ध कई आतंकवादी संगठन जैसे हमास, हिजबुल्लाह और खालिस्तानी हिंसक उग्रवादी समूह, बब्बर खालसा इंटरनेशनल और इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन, कानून प्रवर्तन और खुफिया एजेंसियों ने कनाडा से वित्तीय सहायता प्राप्त करते हुए पाए गए हैं।