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उत्तर प्रदेश में क़ानून का राज कमजोर, नए डीजीपी के सामने बड़ी चुनौती: मायावती

बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने राज्य की कानून-व्यवस्था पर चिंता जाहिर की है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में कानून का सही ढंग से पालन नहीं हो रहा है और राज्य में नए कार्यवाहक पुलिस महानिदेशक के सामने बड़ी चुनौती है कि वह अपराध पर नियंत्रण करें और सभी वर्गों के लोगों को राहत पहुंचाएं।
मायावती की यह टिप्पणी उस वक्त आई जब 1991 बैच के आईपीएस अधिकारी राजीव कृष्ण ने राज्य के कार्यवाहक डीजीपी का पदभार संभाला।
मायावती ने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि उत्तर प्रदेश में आज भी जातीय और सांप्रदायिक तनाव, अन्याय, अत्याचार और लोगों को विस्थापित करने जैसी घटनाएं सामने आ रही हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य में अभी भी सामंती सोच और आपराधिक तत्वों का बोलबाला है, जिससे आम लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि इन हालातों में नए डीजीपी की जिम्मेदारी बढ़ जाती है कि वह कानून व्यवस्था को मजबूत करें और सभी समुदायों के लोगों को राहत दिलाएं। साथ ही उन्होंने सरकार से अपील की कि वह इस दिशा में जरूरी सहयोग और जिम्मेदारी निभाए।
मायावती ने यह भी कहा कि उत्तर प्रदेश देश का सबसे बड़ा राज्य होने के नाते विकास का आधार होना चाहिए, लेकिन अक्सर यह राज्य कानून-व्यवस्था के कारण चर्चा में रहता है। उन्होंने सवाल किया कि क्या यह उचित है कि इतना महत्वपूर्ण राज्य देश की प्रगति में योगदान देने की बजाय कानून व्यवस्था की चिंता में उलझा रहे?