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महाराष्ट्र में मदिरा पर आबकारी शुल्क बढ़ा, शराब कंपनियों के शेयर गिरे

महाराष्ट्र सरकार द्वारा शराब पर आबकारी शुल्क बढ़ाने के फैसले के बाद बुधवार को शराब से जुड़ी कंपनियों के शेयरों में गिरावट देखी गई। राज्य कैबिनेट ने आबकारी विभाग में बदलाव करते हुए टैक्स बढ़ाने को मंजूरी दी है, जिससे इन कंपनियों पर सीधा असर पड़ा है।
शेयर बाजार में यूनाइटेड स्पिरिट्स के शेयर करीब 6.63 प्रतिशत तक गिरे, जबकि तिलकनगर इंडस्ट्रीज़ में 4.83 प्रतिशत की गिरावट दर्ज हुई। इसके अलावा, एलाइड ब्लेंडर्स एंड डिस्टिलर्स के शेयर 4.57 प्रतिशत, रैडिको खैतान 3.30 प्रतिशत और यूनाइटेड ब्रेवरीज़ 0.40 प्रतिशत नीचे आए। ग्लोबस स्पिरिट्स के शेयरों में भी मामूली 0.14 प्रतिशत की गिरावट हुई।
कैबिनेट के अनुसार, इंडियन मेड फॉरेन लिकर (IMFL) पर आबकारी शुल्क अब घोषित विनिर्माण लागत के तीन गुना से बढ़ाकर 4.5 गुना कर दिया गया है, जो अधिकतम 260 रुपये प्रति बल्क लीटर तक हो सकता है। देसी शराब पर टैक्स 180 रुपये से बढ़ाकर 205 रुपये प्रति प्रूफ लीटर कर दिया गया है।
इसके साथ ही राज्य सरकार ने ‘ग्रेन-बेस्ड महाराष्ट्र मेड लिकर (MML)’ नाम से एक नई श्रेणी शुरू की है, जिसे केवल राज्य के स्थानीय उत्पादक ही बना सकेंगे। इस श्रेणी के तहत आने वाले ब्रांड्स को नए सिरे से पंजीकरण कराना अनिवार्य होगा।
इस फैसले का असर शेयर बाजार में साफ तौर पर देखने को मिला, जहां निवेशकों की चिंता बढ़ गई है।