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यूपी के बहराइच में बड़ा हादसा: कौड़ियाला नदी में नाव पलटी, 8 लापता, एक का शव मिला

DeskNoida
29 Oct 2025 10:50 PM IST
यूपी के बहराइच में बड़ा हादसा: कौड़ियाला नदी में नाव पलटी, 8 लापता, एक का शव मिला
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मौके पर पहुंची एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई हैं। अब तक एक व्यक्ति का शव बरामद किया गया है।

उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले से एक दर्दनाक हादसे की खबर सामने आई है। बुधवार शाम को कौड़ियाला नदी में 22 लोगों से भरी नाव पलट गई, जिससे इलाके में हड़कंप मच गया। इस हादसे में 13 लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया, जबकि 8 लोग अभी भी लापता हैं। मौके पर पहुंची एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई हैं। अब तक एक व्यक्ति का शव बरामद किया गया है।

यह हादसा थाना सुजौली क्षेत्र के कतर्नियाघाट के ट्रांस गेरुआ जंगल में, नेपाल सीमा से सटे भरथापुर गांव के पास हुआ है। नाव पर सवार सभी लोग इसी गांव के निवासी बताए जा रहे हैं। ये लोग खैरटिया बाजार (लखीमपुर) से खरीदारी कर लौट रहे थे। नदी पार करने के बाद ही उनका गांव भरथापुर स्थित है।

बचाए गए और लापता लोगों की जानकारी

अधिकारियों ने बताया कि हादसे में 13 लोगों को समय रहते बचा लिया गया। इनमें लक्ष्मी नारायण पुत्र विसेसर, रानी देवी पत्नी रामाधार, ज्योति पुत्री आनंद कुमार, और हरिमोहन पुत्र रामकिशोर शामिल हैं।

वहीं, लापता लोगों में नाव चालक मिहीलाल पुत्र पुत्तीलाल समेत अन्य ग्रामीण शामिल हैं। थानाध्यक्ष प्रकाश चंद्र शर्मा और तहसील प्रशासन की टीमें मौके पर बचाव कार्य में लगी हैं।

नदी में तेज बहाव बना हादसे की वजह

स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि हादसा नदी में तेज बहाव के चलते हुआ। क्लोजर के कारण चौधरी चरण सिंह घाघरा बैराज के गेट खोले गए थे, जिससे पानी का स्तर बढ़ गया और बहाव तेज हो गया। नाव इसी बीच बीच नदी में पलट गई।

भरथापुर गांव भारत की सीमा का अंतिम गांव है, जो घने जंगलों और नदी के पार बसा है। यहां के लोग लखीमपुर खीरी के खैरटिया गांव से नाव के जरिए आवागमन और खरीदारी करते हैं।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिए राहत कार्य के निर्देश

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे का संज्ञान लेते हुए अधिकारियों को तत्काल राहत कार्य करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने पुलिस, प्रशासन, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमों को मौके पर पहुंचकर राहत कार्य तेज करने को कहा।

अंधेरा होने के कारण रात में बचाव अभियान में कठिनाइयां आ रही थीं, लेकिन प्रशासन ने रोशनी की व्यवस्था कर कार्य जारी रखा।

कौड़ियाला नदी का स्रोत नेपाल

जानकारी के अनुसार, कौड़ियाला नदी नेपाल से निकलती है और भारत में प्रवेश कर गिरिजापुरी बैराज से गुजरती है। यहां पर नेपाल की गेरुआ नदी भी आकर मिलती है। दोनों नदियां मिलकर आगे चलकर घाघरा नदी का रूप लेती हैं। यही नदी प्रदेश के कई हिस्सों में जीवन और जोखिम दोनों लेकर बहती है।

राहत कार्य जारी

प्रशासन ने बताया कि बचाव अभियान रात भर जारी रहेगा। लापता लोगों की खोज में एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की संयुक्त टीमें लगी हैं। ग्रामीणों से कहा गया है कि वे घटनास्थल के पास न जाएं ताकि राहत कार्य में कोई बाधा न आए।

यह हादसा एक बार फिर ग्रामीण इलाकों में सुरक्षित नाव परिवहन की कमी और स्थानीय प्रशासनिक सतर्कता की जरूरत पर सवाल खड़े करता है।

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