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पहली पत्नी और बच्चों के रहते युवक ने की दूसरी शादी, ससुराल ले जाने के दबाव में दूसरी पत्नी की गोली मारकर हत्या

DeskNoida
28 Nov 2025 1:00 AM IST
पहली पत्नी और बच्चों के रहते युवक ने की दूसरी शादी, ससुराल ले जाने के दबाव में दूसरी पत्नी की गोली मारकर हत्या
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दयालपुर के रहने वाले एक युवक ने अपनी दूसरी पत्नी की केवल इसलिए हत्या कर दी, क्योंकि वह अपने वैवाहिक अधिकारों को लेकर ससुराल आने का दबाव बना रही थी।

दिल्ली में विवाह संबंधों से जुड़ा एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जिसने रिश्तों की जटिलता और आपराधिक मानसिकता की भयावह मिसाल पेश की है। दयालपुर के रहने वाले एक युवक ने अपनी दूसरी पत्नी की केवल इसलिए हत्या कर दी, क्योंकि वह अपने वैवाहिक अधिकारों को लेकर ससुराल आने का दबाव बना रही थी। आरोपी ने पहले उसे प्यार और विवाह का सपना दिखाया, फिर जब अपनी पहली पत्नी और बच्चों के कारण वह दोहरी जिंदगी संभाल नहीं पाया, तो हत्या जैसा जघन्य कदम उठा लिया।

कोर्ट मैरिज के बाद बढ़ने लगा दबाव, आरोपी ने रची साजिश

पुलिस के अनुसार, आरोपी फैसल चौधरी ने अप्रैल 2025 में अपने परिवार को बिना बताए 25 वर्षीय तैय्यबा से कोर्ट में शादी कर ली थी। फैसल पहले से शादीशुदा था और उसकी पहली पत्नी से दो बच्चे भी हैं। शादी के बाद तैय्यबा अपने अधिकारों को लेकर फैसल पर दयालपुर स्थित उसके घर ले जाने का दबाव बनाने लगी। लेकिन आरोपी पहली पत्नी और परिवार के विरोध के डर से ऐसा कर पाने में असमर्थ था।

इसी दबाव से छुटकारा पाने के लिए फैसल ने हत्या की साजिश रची। 22 नवंबर को उसने अपने नाबालिग दोस्त की मदद से तैय्यबा को पहले दिल्ली के एक बार में ले जाकर शराब पिलाई। इसके बाद दोस्त की कार से उसे उत्तर प्रदेश के बागपत ले गया, जहां सुनसान जंगल में गोली मारकर उसकी हत्या कर दी और शव फेंककर फरार हो गया।

शव जंगल में मिला, आरोपी गिरफ्तार

तैय्यबा के गायब होने के बाद उसके परिवार ने गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई थी, क्योंकि 22 नवंबर की रात आठ बजे तक उसकी अपने परिवार से बात होती रही थी। देर रात 2:48 बजे आखिरी बार उसने अपनी मां से फोन पर बात की थी और घर लौटने का आश्वासन दिया था, लेकिन उसके बाद उसका फोन बंद हो गया।

जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि आखिरी बार उसे फैसल चौधरी के साथ देखा गया था। पुलिस ने फैसल की तलाश शुरू की, लेकिन वह घर से गायब था। दबाव बढ़ने पर फैसल ने मंगलवार को कड़कड़डूमा कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया। उसकी निशानदेही पर बुधवार को बागपत के जंगल से युवती का शव बरामद किया गया। पोस्टमॉर्टम के बाद गुरुवार को शव परिवारवालों को सौंप दिया गया। पुलिस ने वारदात में इस्तेमाल कार जब्त कर ली है और हत्या में प्रयुक्त हथियार की तलाश जारी है।

तैय्यबा के परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़

चांदबाग इलाके में रहने वाली तैय्यबा दिलशाद गार्डन में प्राइवेट नौकरी करती थी। परिवार में माता-पिता, तीन भाई और चार बहनें हैं। उन्हें उम्मीद नहीं थी कि बेटी की जिंदगी ऐसा मोड़ लेगी। घरवालों का कहना है कि तैय्यबा अपने भविष्य को लेकर बेहद उत्साहित थी, लेकिन आरोपी ने छल करके उसकी जिंदगी ही खत्म कर दी।

समाज में उठ रहे सवाल

यह मामला न सिर्फ एक हत्या की कहानी है, बल्कि यह सामाजिक ढांचे, वैवाहिक धोखे और आपराधिक मानसिकता पर गंभीर सवाल खड़े करता है। कैसे कोई व्यक्ति प्रेम और वैवाहिक संबंधों का उपयोग किसी की जिंदगी बर्बाद करने के लिए कर सकता है? मामला यह भी बताता है कि कानून का दुरुपयोग और भावनात्मक धोखा किस हद तक इंसान को अपराध की राह पर ले जा सकता है।

जांच जारी है, लेकिन यह वारदात समाज को सोचने पर मजबूर कर देती है—क्या प्रेम और विवाह केवल भावनाओं का नाजुक रिश्ता है, या अब यह अपराधियों का हथियार बनता जा रहा है?

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