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एक ही इन्फ्रास्ट्रक्चर पर जल्द दौड़ेंगी नमो भारत और मेरठ मेट्रो, लाखों यात्रियों को होगा फायदा

Varta24 Desk
20 May 2025 7:28 PM IST
एक ही इन्फ्रास्ट्रक्चर पर जल्द दौड़ेंगी नमो भारत और मेरठ मेट्रो, लाखों यात्रियों को होगा फायदा
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देश की सबसे तेज मेट्रो- मेरठ मेट्रो 120 किमी प्रति घंटा की अधिकतम गति से चलने में सक्षम है जो मेरठ साउथ से मोदीपुरम डिपो तक 13 स्टेशनों के बीच संचालित होगी

नई दिल्ली। एक अनूठी पहल के तहत देश में पहली बार एक ही इन्फ्रास्ट्रक्चर पर इंटरसिटी यानी दिल्ली से मेरठ को जोड़ने वाली सेमी-हाई-स्पीड ‘ट्रेन नमो भारत और मेरठ शहर में चलने वाली मेरठ मेट्रो, जल्द दौड़ती नजर आएंगी। ये भारतीय परिवहन परिदृश्य में नई क्रांति लाने जा रही हैं। अत्याधुनिक सिग्नलिंग प्रणाली और अनुकूलित समय-सारणी से नमो भारत और मेरठ मेट्रो - दिल्ली, मेरठ व आसपास के क्षेत्रों के बीच कनेक्टिविटी को नया आयाम देंगी, जिससे तीव्र, सुरक्षित व सुविधाजनक यात्रा संभव होगी तथा लाखों लोग इससे लाभान्वित होंगे।

जीवन स्तर में आएगा सुधार

नमो भारत की अधिकतम ऑपरेशनल स्पीड 160 किमी प्रति घंटा है जो फिलहाल दिल्ली के न्यू अशोक नगर से मेरठ साउथ तक संचालित हो रही है। वहीं, देश की सबसे तेज मेट्रो- मेरठ मेट्रो 120 किमी प्रति घंटा की अधिकतम गति से चलने में सक्षम है जो मेरठ साउथ से मोदीपुरम डिपो तक 13 स्टेशनों के बीच संचालित होगी। जिससे ना सिर्फ लोगों के यात्रा समय में भारी बचत होगी बल्कि जीवन स्तर में भी सुधार आएगा।

एक ही इन्फ्रास्ट्रक्चर पर सुचारू संचालन के लिए, नमो भारत और मेरठ मेट्रो, दोनों की अनुकूलित समय-सारणी बनाई जाएगी। नमो भारत ट्रेन फिलहाल हर 15 मिनट में उपलब्ध है, जो सराय काले खां से मोदीपुरम तक के पूरे कॉरिडोर के संचालन के बाद 10 मिनट तक होने की संभावना है। मेरठ मेट्रो की फ्रीक्वेंसी संभवत: 7 मिनट की रहेगी।

ईटीसीएस सिग्नलिंग सिस्टम के साथ किया एकीकृत

नमो भारत व मेरठ मेट्रो एक आधुनिक परिवहन प्रणाली है जिसका संचालन केंद्रीयकृत परिचालन नियंत्रण केंद्र (ओसीसी) से होता है। एनसीआरटीसी ने दुनिया में पहली बार एलटीई बैकबोन पर प्लेटफॉर्म स्क्रीन डोर (पीएसडी) से एकीकृत करते हुए यूरोपीय ट्रेन कंट्रोल सिस्टम (ईटीसीएस) लेवल-2 को लागू किया है, जिसमें ऑटोमेटिक ट्रेन प्रोटेक्शन (एटीपी) और ऑटोमेटिक ट्रेन सुपरविजन (एटीएस) सब-सिस्टम शामिल हैं। एटीपी एक सुरक्षा प्रणाली जो यह सुनिश्चित करती है कि ट्रेनें सुरक्षित गति सीमा और सिग्नल अनुपालन के भीतर संचालित हों। वहीं, एटीएस समय-सारिणी का पालन बरकरार रखने और व्यवधानों को न्यूनतम करने के लिए ट्रेन परिचालन की निगरानी और नियंत्रण की प्रणाली है। यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए प्लेटफॉर्म स्क्रीन डोर को भी ईटीसीएस सिग्नलिंग सिस्टम के साथ एकीकृत किया गया है।

एनसीआरटीसी ने डीएमआरसी के साथ साझेदारी

इतना ही नहीं, नमो भारत कनेक्ट एप से दिल्ली मेट्रो के टिकट भी खरीद सकते हैं, जिसके लिए एनसीआरटीसी ने डीएमआरसी के साथ साझेदारी की है। इसी तरह, मेट्रो टिकट बुक करने के लिए DMRC मोबाइल ऐप का इस्तेमाल करने वाले यात्री नमो भारत ट्रेन और मेरठ मेट्रो के टिकट भी खरीद सकते हैं। एनसीआरटीसी ने आईआरसीटीसी के साथ भी समझौता किया है और जल्द ही आईआरसीटीसी एप के जरिए नमो भारत ट्रेनों के लिए निर्बाध टिकटिंग की जा सकेगी।

16 नमो भारत स्टेशन शामिल

दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ नमो भारत कॉरिडोर की कुल लंबाई 82 किलोमीटर है, जिसमें 16 नमो भारत स्टेशन शामिल हैं। इसी खंड पर मेरठ साउथ से आगे मोदीपुरम डिपो तक 23 किलोमीटर में 13 स्टेशनों के साथ मेरठ मेट्रो का संचालन होगा। मेरठ मेट्रो से सभी स्टेशनों पर रुकते हुए ये दूरी लगभग 30 मिनट में पूरी हो जाएगी। मेरठ साउथ के बाद नमो भारत ट्रेन शताब्दी नगर, बेगमपुल (अंडरग्राउंड) और मोदीपुरम पर रुकेगी।

मोदीपुरम डिपो एट-ग्रेड स्टेशन

मेरठ मेट्रो के लिए मेरठ साउथ, परतापुर, रिठानी, शताब्दी नगर, ब्रह्मपुरी, मेरठ सेंट्रल, भैसाली, बेगमपुल, एमईएस कॉलोनी, दौरली, मेरठ नॉर्थ, मोदीपुरम और मोदीपुरम डिपो स्टेशन हैं। इनमें से मेरठ साउथ, शताब्दी नगर, बेगमपुल और मोदीपुरम पर नमो भारत और मेरठ मेट्रो, दोनों की सुविधा मिलेगी। मेरठ सेंट्रल, भैसाली और बेगमपुल अंडरग्राउंड स्टेशन हैं, बाकी स्टेशन एलिवेटेड हैं। मोदीपुरम डिपो एट-ग्रेड स्टेशन है।

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