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Namo Bharat Train : देश में पहली बार ट्रेन में ठंडक बनाए रखने की नई प्रणाली लागू, जानें किस तरह से

Neeraj Jha
30 May 2025 7:30 PM IST
Namo Bharat Train : देश में पहली बार ट्रेन में ठंडक बनाए रखने की नई प्रणाली लागू, जानें किस तरह से
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इस अद्भुत तकनीक से नमो भारत के दरवाजे पैसेंजर कंट्रोल मोड (पुश बटन डोर ओपनिंग) में चलते हैं जिस से न केवल भीषण गर्मी के दौरान ट्रेन में पर्याप्त ठंडक भी बनी रहती है बल्कि ऊर्जा की बचत भी होती है|

नई दिल्ली। यात्रियों को सुविधाजनक व आरामदायक अनुभव प्रदान करने के उद्देश्य के साथ नमो भारत परियोजना के कार्यान्वयन में अनेक अत्याधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल किया गया है| इसी शृंखला में 'सिलेक्टिव डोर ओपनिंग' भी शामिल है| इस अद्भुत तकनीक से नमो भारत के दरवाजे पैसेंजर कंट्रोल मोड (पुश बटन डोर ओपनिंग) में चलते हैं जिस से न केवल भीषण गर्मी के दौरान ट्रेन में पर्याप्त ठंडक भी बनी रहती है बल्कि ऊर्जा की बचत भी होती है| ट्रेन में वातानुकूलन तकनीक ऐसी है कि भीषण गर्मी में भी यात्रियों को गर्मी का अहसास नहीं होता।

देश में ऐसी प्रणाली पहली बार केवल नमो भारत ट्रेन में

नमो भारत में वातानुकूलित हवा को बचाए रखने के लिए ट्रेन के दरवाजे पैसेंजर कंट्रोल मोड (पुश बटन डोर ओपनिंग) में चलते हैं यानी हर स्टेशन पर दरवाजे खुद नहीं खुलते, बल्कि उन्हें खोलने के लिए यात्री को ही पुश बटन दबाना होता है। देश में ऐसी प्रणाली पहली बार केवल नमो भारत ट्रेन में ही इस्तेमाल की जा रही है। इसका फायदा एसी मोटर और कंप्रेसर को मिलता है। हर स्टेशन पर सभी दरवाजे खुलने से ऊर्जा तो खर्च होती ही है, साथ ही कोच की अंदर की वातानुकूलित हवा भी बाहर जाती है। ऐसे में कोच को फिर से ठंडा करने के लिए कंप्रेसर पर दबाव पड़ता है।

कोच का तापमान करीब 25 डिग्री सेल्सियस रखा जाता है

वर्तमान के जलवायु परिदृश्य को देखते हुए नमो भारत ट्रेन के एसी सिस्टम को उन्नत तकनीक की मदद से तैयार किया गया है। एक कोच में दो एसी यूनिट लगी हैं जिससे तपती गर्मी में भी ट्रेन के अंदर का तापमान ठंडा ही रहता है। इसके अलावा यात्रियों को आरामदायक अनुभव प्रदान करने के लिए हर ट्रेन के कोच का तापमान करीब 25 डिग्री सेल्सियस रखा जाता है। हालांकि इसे मौसम के हिसाब से बदला भी जाता है। गर्मी, सर्दी और मॉनसून आदि में जरूरतानुसार ट्रेन के भीतर के तापमान में परिवर्तन किया जा सकता है। नमो भारत ट्रेन का एसी सिस्टम कूलिंग संबंधी सभी आवश्यकताओं को पूरा कर सकता है। दरअसल, सड़क यात्रियों को न सिर्फ गर्मी का बल्कि धूल आदि का भी सामना करना पड़ता है। ऐसे में पूरी तरह से वातानुकूलित नमो भारत ट्रेनें एक वरदान साबित होती हैं। सिर्फ स्कूल कॉलेज जाने वाला युवा वर्ग ही नहीं, नौकरीपेशा लोग, महिलाएं और वृद्धजन भी तपते मौसम में नमो भारत की सवारी कर गर्मी से निजात पा सकते है।

प्रीमियम लाउंज में यात्रियों को ठंडी हवा देने के लिए बड़े पंखे

एसी सिस्टम का रखरखाव करते हुए समय-समय पर इसकी जांच होती है। एसी फिल्टर भी तय समय पर साफ किए जाते हैं। नमो भारत ट्रेन के प्लेटफॉर्म और स्टेशन इस तरह से डिजाइन किए गए हैं जो खुले और हवादार हैं। ऐसे में ट्रेन का इंतजार कर रहे यात्रियों को प्लेटफॉर्म पर भी गर्मी कम महसूस होती है। वहीं, प्रीमियम लाउंज में यात्रियों को ठंडी हवा देने के लिए बड़े पंखे भी लगाए गए है। इसके अलावा स्टेशन पर साफ और शुद्ध पेयजल की सुविधा भी मुफ्त में यात्रियों को दी जा रही है।

दिल्ली के न्यू अशोक नगर से मेरठ साउथ तक 55 किलोमीटर के खंड में संचालित

वर्तमान में नमो भारत ट्रेन सेवाएं दिल्ली के न्यू अशोक नगर से मेरठ साउथ तक 55 किलोमीटर के खंड में संचालित हैं। इस खंड में न्यू अशोक नगर, आनंद विहार (भूमिगत), साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुलधर, दुहाई, दुहाई डिपो, मुरादनगर, मोदी नगर साउथ, मोदी नगर नॉर्थ और मेरठ साउथ कुल 11 स्टेशन शामिल हैं। दिल्ली-मेरठ के पूरे कॉरिडोर को इसी वर्ष संचालित करने का लक्ष्य है।

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