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Navratri Special: इस मंदिर में पूरी होती है सारी इच्छाएं! जानें भगनान शिव की मानस पुत्री की कैसे हुई थी उत्पति

Anjali Tyagi
27 Sept 2025 1:38 PM IST
Navratri Special: इस मंदिर में पूरी होती है सारी इच्छाएं! जानें भगनान शिव की मानस पुत्री की कैसे हुई थी उत्पति
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हरिदार। मनसा देवी मंदिर एक प्रसिद्ध हिंदू मंदिर है, जो इच्छाएं पूरी करने वाली देवी मनसा देवी को समर्पित है। यह मंदिर हरिद्वार में बिलवा पर्वत पर स्थित है। भक्त मनोकामना लेकर मां के दरबार में आते हैं और मान्यता है कि उनकी इच्छाएं पूरी होती हैं। मंदिर तक पहुंचने के लिए डेढ़ किलोमीटर की खड़ी चढ़ाई चढ़नी पड़ती है, या फिर केबल कार (उड़नखटोला) का इस्तेमाल किया जा सकता है।

मनसा देवी की पौराणिक कथा

एक पौराणिक कथा के अनुसार, भगवान शिव ने क्रोधित होकर अपनी आंखों से शिवजी का पसीना जमीन पर गिराया था। उसी समय नागमाता कद्रू एक प्रतिमा बना रही थीं। शिव के मस्तक से टपकता हुआ पसीना कद्रू की मूर्ति पर गिर गया, जिससे एक कन्या का जन्म हुआ, जो रोने लगी। इस प्रकार, देवी मनसा शिवजी की मानस पुत्री कहलाईं, जिनका जन्म शिवजी के मस्तक से हुआ था। वह नागों की बहन भी हैं और उन्हें भगवान शिव से शिक्षा प्राप्त हुई थी।

51 शक्तिपीठों में शामिल

यह मंदिर 51 शक्तिपीठों में से एक है। पौराणिक कथा के अनुसार, जब भगवान शिव अपनी पत्नी सती के मृत शरीर को लेकर तांडव कर रहे थे, तब उनके शरीर के अंग पृथ्वी पर विभिन्न स्थानों पर गिरे। माना जाता है कि जिस स्थान पर आज मनसा देवी का मंदिर है, वहां देवी सती के सिर का अग्रभाग गिरा था।

मंदिर का निर्माण

प्रचलित कथाओं के अनुसार, मंदिर में माता की प्रतिमा एक शिला के रूप में प्रकट हुई थी। इस मंदिर का निर्माण महाराजा गोपाल सिंह ने 1811 से 1815 ईस्वी के बीच करवाया था।

सर्पदंश से मुक्ति

मनसा देवी को नागों की देवी भी कहा जाता है। उनके पुत्र का नाम आस्तिक है, जिन्होंने नाग वंश की रक्षा की थी। इसी कारण, सर्पदंश और इससे जुड़ी समस्याओं से बचाव के लिए भी मनसा देवी की पूजा की जाती है।

इच्छा पूरी करने वाली देवी

मनसा देवी को मनोकामना पूरी करने वाली देवी माना जाता है। मनसा का अर्थ ही है "मन से निकली हुई इच्छा"। भक्तों का मानना है कि जो भी सच्चे मन से यहां आकर अपनी मुराद मांगता है, देवी उसे पूरा करती हैं। श्रद्धालु अपनी मन्नत पूरी होने के बाद पेड़ पर धागा भी बांधते हैं।

बिल्व पर्वत पर निवास

यह मंदिर बिल्व पर्वत की चोटी पर स्थित है, इसलिए इसे बिल्व तीर्थ के नाम से भी जाना जाता है। मंदिर तक पहुंचने के लिए श्रद्धालु पैदल या रोपवे का उपयोग करते हैं, जिससे उन्हें हरिद्वार के खूबसूरत नज़ारों का भी दीदार होता है।

मनसा देवी से जुड़ी मान्यताएं

- मनसा देवी को सभी मनोकामनाएं पूर्ण करने वाली देवी माना जाता है, इसीलिए भक्तजन अपनी मुराद लेकर यहां आते हैं।

- उन्हें प्रसाद के रूप में गुड़ और मखाना चढ़ाया जाता है, क्योंकि यह उनका प्रिय भोग है।

- सांपों से संबंधित परेशानियों के निवारण के लिए भी लोग उनकी पूजा करते हैं।

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