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राजनीतिक बयान पर अभिनेत्री नीतू चंद्रा की छुट्टी, चुनाव आयोग ने हटाया SVEEP आइकॉन पद से

DeskNoida
17 Nov 2025 3:00 AM IST
राजनीतिक बयान पर अभिनेत्री नीतू चंद्रा की छुट्टी, चुनाव आयोग ने हटाया SVEEP आइकॉन पद से
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आयोग ने नीतू चंद्रा को बिहार में मतदाता जागरूकता अभियान (SVEEP) की आइकॉन पद से हटा दिया है।

बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजों के दिन अभिनेत्री नीतू चंद्रा द्वारा टीवी चैनल पर राजनीतिक बयान देने का वीडियो सामने आते ही चुनाव आयोग ने बड़ी कार्रवाई की है। आयोग ने नीतू चंद्रा को बिहार में मतदाता जागरूकता अभियान (SVEEP) की आइकॉन पद से हटा दिया है।

चुनाव आयोग ने उन्हें पंकज झा, चंदन राय और क्रांति प्रकाश के साथ मिलकर मतदाताओं में जागरूकता बढ़ाने के लिए ब्रांड एंबैसडर बनाया था। लेकिन परिणाम दिवस पर एक समाचार चैनल से बातचीत के दौरान नीतू चंद्रा ने ‘जंगलराज’, ‘डबल इंजन की सरकार’, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और गृह मंत्री अमित शाह की खुलकर प्रशंसा की।

आयोग ने कहा कि इस तरह के राजनीतिक बयान चुनाव प्रक्रिया की निष्पक्षता और पारदर्शिता पर सवाल उठा सकते हैं, इसलिए उन्हें पद से हटाया जा रहा है।

18 जिलों में की थी मतदाता जागरूकता

SVEEP आइकॉन के रूप में नीतू चंद्रा बिहार के 18 जिलों में मतदाता जागरण कार्यक्रमों में शामिल हुई थीं। उनके प्रयासों से इस बार बिहार में ऐतिहासिक मतदान हुआ —

कुल मतदान: 67.13%

पुरुष मतदान: 62.98%

महिला मतदान: 71.78%

यह आंकड़ा आजादी के बाद सबसे अधिक है।

क्या कहा था नीतू चंद्रा ने?

नतीजों के दिन टीवी डिबेट में नीतू चंद्रा ने बिहार के 90 के दशक की कानून व्यवस्था को याद करते हुए कहा कि लालू यादव और राबड़ी देवी के शासन के दौरान लोग शाम 5 बजे से पहले घर लौट आते थे। उन्होंने किडनैपिंग और अपराधों को लेकर उस दौर की तुलना ‘जंगलराज’ से की— जो शब्द भाजपा और एनडीए अक्सर उपयोग करते हैं।

उन्होंने कहा कि इस ‘जंगलराज’ की यादों के कारण लोग तनाव में रहे और इसलिए इस बार अधिक संख्या में मतदान किया।

नीतू चंद्रा ने बिहार में 20 साल में हुए विकास, विशेषकर महिलाओं में नीतीश कुमार की लोकप्रियता का भी उल्लेख किया।

आयोग ने क्यों उठाया कदम?

चुनाव आयोग का मानना है कि SVEEP आइकॉन होने के नाते किसी भी व्यक्ति को राजनीतिक रूप से निष्पक्ष होना चाहिए। नीतू के सार्वजनिक राजनीतिक बयान इस सिद्धांत के विरुद्ध थे, इसलिए उन्हें पद से हटाने का निर्णय लिया गया।

यदि आप चाहें तो मैं इस खबर का छोटा सोशल मीडिया संस्करण, वेब स्टोरी या थंबनेल टेक्स्ट भी बना सकता हूँ।

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