
- Home
- /
- मुख्य समाचार
- /
- DELHI BLAST: डॉक्टर...
DELHI BLAST: डॉक्टर आदिल अहमद राठर के मामले में नया खुलासा! गजवत-उल-हिंद आतंकी संगठन से जुड़े हैं तार

नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने फरीदाबाद से बड़ी मात्रा में हथियार और विस्फोटक बरामद किया। पुलिस ने 360 किलोग्राम विस्फोटक, 2 एके-47 राइफल और इसके साथ ही ढेर सारा बारूद बरामद किया है। यह कार्रवाई कश्मीरी डॉक्टर आदिल अहमद राठर के खिलाफ चल रही जांच के दौरान हुई है। पुलिस ने जांच के दौरान पता किया कि राठर ने पहले कश्मीर घाटी में अपने लॉकर में भी एके-47 राइफल और बारूद रखा था। इतना ही नहीं डॉक्टर ने अपने लिए वहीं किराये पर रूम ले लिया था। बता दें कि डॉक्टर ने हथियारों को छिपाने के लिए ही कमरा लिया था। लेकिन अब इस केस को NIA के हवाले किया जाएगा।
गजवत-उल-हिंद आतंकी संगठन के लिए करते हैं काम
दरअसल जांच के दौरान पता चला है कि तीन डॉक्टर गजवत-उल-हिंद नामक आतंकी संगठन के लिए काम करते हैं। इनमें से दो डॉक्टरों-आदिल अहमद राठर जो कि अनंतनाग का रहने वाला है और मुजम्मिल शकील पुलवामा निवासी को सहारनपुर और फरीदाबाद से गिरफ्तार किया गया है, जबकि तीसरे डॉक्टर की तलाश की जा रही है।
सबसे बड़ा विस्फोटक बरामद
आदिल राठर के मामले खुलासा हुआ था कि अनंतनाग मेडिकल कॉलेज (GMC) में उसके निजी लॉकर से AK-47 राइफल बरामद हुई थी। दोनों गिरफ्तार डॉक्टर फिलहाल जम्मू-कश्मीर पुलिस की हिरासत में हैं। जानकारी के अनुसार हाल के वर्षों में सबसे बड़ी मात्रा में विस्फोटक बरामद हुई है।
आदिल राठर मेडिसिन विशेषज्ञ है
गिरफ्तार आदिल अहमद राठर अनंतनाग का रहने वाला है और सहारनपुर के अंबाला रोड स्थित एक प्राइवेट हॉस्पिटल में मेडिसिन विशेषज्ञ के रूप में काम करता है। कुछ दिन पहले श्रीनगर में जैश-ए-मोहम्मद के समर्थन में पोस्टर लगाने को लेकर शहर में तनाव फैल गया था। इस मामले में पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की थी।
आदिल ने महिला डॉक्टर से किया था निकाह
जानकारी के अनुसार, राठर ने पिछले महीने ही सहारनपुर की महिला डॉक्टर से निकाह किया था। इस घटना के बाद से पुलिस प्रशासन सतर्क हो गए हैं। जानकारी के मुताबिक सहारनपुर के निजी अस्पतालों में काम करने वाले जम्मू-कश्मीर के निवासी सुरक्षा एजेंसियों की निगरानी में हैं।
परिवार ने किया दावा
गौरतलब है कि दिल्ली बलास्ट में हादसे के बाद जम्मू-कश्मीर के दो आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। लेकिन परिवार ने कहा कि हमारे पास HR नंबर की गाड़ी नहीं है। हमारे बेटा कभी दिल्ली नहीं गया है।




