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संसद की सुरक्षा होगी और मजबूत, सीपीडब्ल्यूडी 14.64 करोड़ से करेगी हाईटेक इंतजाम

DeskNoida
15 Sept 2025 9:46 PM IST
संसद की सुरक्षा होगी और मजबूत, सीपीडब्ल्यूडी 14.64 करोड़ से करेगी हाईटेक इंतजाम
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इसके तहत इलेक्ट्रिक फेंसिंग, फाइबर ऑप्टिक घुसपैठ पहचान प्रणाली (PIDS), केंद्रीकृत वीडियो प्रबंधन प्रणाली (VMS) और अत्याधुनिक सीसीटीवी नेटवर्क स्थापित किए जाएंगे। इसके लिए सीपीडब्ल्यूडी ने निविदा जारी कर दी है, जिसमें 18 सितंबर तक आवेदन किया जा सकता है।

संसद भवन की सुरक्षा को और पुख्ता करने की तैयारी शुरू हो गई है। केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (सीपीडब्ल्यूडी) संसद परिसर की सुरक्षा को और मजबूत करने के लिए 14.64 करोड़ रुपये की लागत से हाईटेक इंतजाम करेगा। इसके तहत इलेक्ट्रिक फेंसिंग, फाइबर ऑप्टिक घुसपैठ पहचान प्रणाली (PIDS), केंद्रीकृत वीडियो प्रबंधन प्रणाली (VMS) और अत्याधुनिक सीसीटीवी नेटवर्क स्थापित किए जाएंगे। इसके लिए सीपीडब्ल्यूडी ने निविदा जारी कर दी है, जिसमें 18 सितंबर तक आवेदन किया जा सकता है।

चार महीने में पूरा होगा प्रोजेक्ट

निविदा दस्तावेज के अनुसार, यह परियोजना काम शुरू होने के चार महीने के भीतर पूरी कर ली जाएगी। कार्यदायी संस्था को मौजूदा इलेक्ट्रिक फेंसिंग और उपकरणों को हटाकर नई फेंसिंग लगानी होगी। साथ ही, ऑप्टिकल फाइबर आधारित PIDS, परिधि रोशनी, एकीकृत सीसीटीवी प्रणाली और इन सभी को जोड़कर एक मजबूत सुरक्षा ढांचा तैयार करना होगा।

बिना रुकावट के वीडियो एकीकरण

निविदा में कहा गया है कि इलेक्ट्रिक फेंसिंग और सीसीटीवी के बीच वीडियो एकीकरण पूरी तरह निर्बाध होना चाहिए। यह सिस्टम एक साथ कई घुसपैठ की घटनाओं को कवर करने में सक्षम होगा।

सुरक्षा के बीच काम में नहीं होगी रुकावट

सीपीडब्ल्यूडी ने निर्देश दिया है कि संसद में अक्सर गणमान्य व्यक्तियों का आगमन होता है। ऐसे में कार्य इस तरह किया जाएगा कि संसद के कार्यक्रमों या वहां काम करने वालों को कोई असुविधा न हो।

आधुनिक तकनीक और कड़े मानक

जंग-रहित जीआई तार का उपयोग फेंसिंग में किया जाएगा।

सुरक्षा बढ़ाने के लिए ऑडियो हूटर लगाए जाएंगे, जिनकी आवाज़ कम से कम 85 डीबी होगी।

सभी विद्युत और नेटवर्क कनेक्शन, केबलिंग, पैनल और स्विच का काम भी इसी प्रोजेक्ट का हिस्सा होगा।

सुरक्षा कारणों से सख्त शर्तें

चूंकि यह इलाका उच्च सुरक्षा क्षेत्र है, इसलिए कार्य के घंटों और दिनों पर कुछ पाबंदियां लग सकती हैं। ऐसे में कार्यदायी संस्था को अतिरिक्त संसाधन जुटाकर समय की भरपाई करनी होगी।

गौरतलब है कि पिछले महीने एक 20 वर्षीय युवक ने संसद की दीवार फांदने का प्रयास किया था, जिसे तुरंत सुरक्षाकर्मियों ने पकड़ लिया। इस घटना के बाद सुरक्षा को और मजबूत बनाने पर जोर दिया गया है।

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