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Pitru Paksha 2025: कभी सोचा है कि पितृ पक्ष में सफेद रंग के कपड़े पहनकर ही क्यों करते हैं श्राद्ध या पिंडदान? जानें इसके पीछे का राज

Anjali Tyagi
18 Sept 2025 8:00 AM IST
Pitru Paksha 2025: कभी सोचा है कि पितृ पक्ष में सफेद रंग के कपड़े पहनकर ही क्यों करते हैं श्राद्ध या पिंडदान? जानें इसके पीछे का राज
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नई दिल्ली। हिंदू धर्म में पितृ पक्ष की अवधि को बहुत ही खास माना जाता है। मान्यता है कि इस दौरान हमारे पूर्वज धरतीलोक पर आते हैं. इसलिए पितृ पक्ष में पितरों के लिए श्राद्ध, तर्पण और पिंडदान जैसे कार्य किए जाते हैं, बता दें कि इस साल पितृ पक्ष की शुरुआत 7 सितंबर से हो चुकी है और 21 सितंबर को पितृ पक्ष का समापन भी हो जाएगा। श्राद्ध के कई नियमों में आपने देखा होगा कि श्राद्ध या पिंडदान आदि करते समय लोग सफेद रंग के कपड़े ही पहनते हैं। लेकिन आखिर क्यों ?

इसके पीछे का कारण

1. शुद्धता और पवित्रता

सफेद रंग को शुद्धता, पवित्रता और सादगी का प्रतीक माना जाता है। पितृ पक्ष के दौरान किए जाने वाले कर्मकांडों में मन और शरीर दोनों की शुद्धता आवश्यक होती है, इसलिए सफेद वस्त्र धारण करना इस भावना को दर्शाता है।

2. शांति और शोक

पितृ पक्ष अपने पूर्वजों को याद करने और श्रद्धांजलि देने का समय होता है, जो कि एक तरह का शोक काल है। सफेद रंग शांति और मौन का भी प्रतीक है। यह व्यक्ति की भावनाओं और मानसिक स्थिति को शांत और पवित्र बनाए रखने में मदद करता है। रंग-बिरंगे या भड़कीले कपड़े इस दौरान शोक के माहौल से मेल नहीं खाते हैं।

3. मोह-माया से दूरी

श्राद्ध कर्म हमें सांसारिक मोह-माया से ऊपर उठकर अपने पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए समर्पित होने का संदेश देता है। सफेद वस्त्र पहनना इस बात का प्रतीक है कि व्यक्ति भौतिक सुखों और दिखावे से दूर होकर केवल अपने आध्यात्मिक कर्तव्य पर ध्यान केंद्रित कर रहा है।

4. सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक

सफेद रंग सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करता है और नकारात्मकता को दूर करता है। यह अनुष्ठान को बिना किसी बाधा के पूरा करने में मदद करता है, जिससे पितरों की आत्मा को शांति मिलती है और उनका आशीर्वाद प्राप्त होता है।

5. सादगी का भाव

पितृ पक्ष के दौरान सादा जीवन और सात्विक विचार रखने पर जोर दिया जाता है। नए या महंगे कपड़े पहनने के बजाय, सादे और साधारण वस्त्र धारण करना इस अवधि की गरिमा को बनाए रखता है। इन सभी कारणों से, पितृ पक्ष में सफेद वस्त्र पहनने की परंपरा सदियों से चली आ रही है। यह परंपरा पूर्वजों के प्रति सम्मान, श्रद्धा और आस्था व्यक्त करने का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।

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