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काशी में पीएम मोदी ने किया आह्वान: दुकानदार संकल्प लें स्वदेशी ही बेचेंगे-खरीदेंगे, ऑपरेशन सिंदूर पर कांग्रेस से किया यह सवाल

वाराणसी। पीएम मोदी ने भोजपुरी में काशीवासियों का अभिवादन किया। उन्होंने कहा हम काशी के लोगन के प्रणाम करत हईं। पीएम मोदी ने इस दौरान कहा कि मेरी बहुत इच्छा थी कि सावन के पवित्र महीने में मैं बाबा विश्वनाथ की पूजा-अर्चना कर सकूं। लेकिन अगर मैं वहां गया, तो दूसरे श्रद्धालुओं को असुविधा होगी और वे पूजा-अर्चना नहीं कर पाएंगे, इसलिए मैं यहीं से भोलेनाथ और मां गंगा को नमन करता हूं।
काशी के मेरे मालिकों मैंने अपनी बेटियों को वचन दिया था
पीएम मोदी ने कहा कि सावन का महीना हो, काशी जैसा पवित्र स्थान हो, देश के किसानों से जुड़ने को मिले इससे बड़ा सौभाग्य क्या होगा। पीएम ने कहा कि आज आपरेशन सिंदूर के बाद पहली बार काशी आया हूं। पहलगाम आतंकी हमले का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि तब मैं बाबा विश्वनाथ से यही मना रहा था सभी पीड़ित परिवारों को यह दुख सहने की हिम्मत दें। काशी के मेरे मालिकों मैंने अपनी बेटियों को वचन दिया था, वह भी पूरा हुआ। जय महादेव के आशीर्वाद से ही संभव हुआ। मैं ऑपरेशन सिंदूर की सफलता को उनके चरणों में समर्पित करता हूं। पीएम ने कहा कि दुकानदार संकल्प ले स्वदेशी ही बेचेंगे स्वदेशी ही खरीदेंगे।
वे बस किसानों से झूठ बोलकर उन्हें गुमराह कर सकते हैं
हमारी सरकार किसानों के कल्याण के लिए अथक प्रयास कर रही है। पिछली सरकारों ने अपने वादों में से एक भी पूरा नहीं किया। भाजपा सरकार जो वादा करती है, उसे पूरा करती है। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि सरकार की दृढ़ इच्छाशक्ति और इरादों की मिसाल बन गई है। सपा और कांग्रेस जैसी विकास-विरोधी सरकारें अफवाहें फैलाती थीं और लोगों को हर संभव तरीके से गुमराह करती थीं। यह देश का दुर्भाग्य है कि एक हताश विपक्ष इन झूठी उम्मीदों के सहारे जी रहा है। वे बस किसानों से झूठ बोलकर उन्हें गुमराह कर सकते हैं। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि अपनी शुरुआत से ही बिना रुके चल रही है। अब तक लाभार्थी किसानों के खातों में 3.75 लाख करोड़ रुपये जमा हो चुके हैं। अकेले काशी के किसानों को 900 करोड़ पीएम किसान सम्मान राशि डाली गई।
55 करोड़ लोगों के जनधन खाते खोले गए
पीएम मोदी ने कहा कि 55 करोड़ लोगों के जनधन खाते खोले गए, जिन्होंने कभी बैंक नहीं देखी। अब इस योजना को 10 साल पूरे हुए हैं। अब बैंक का नियम है कि बैंक का केवाईसी करनी जरूरी है। मैंने बैंक वालों से कहा है कि लोग आएं बैंक में केवाईसी करें अच्छी बात है, लेकिन क्या हम अभियान चला सकते हैं। मैं बैंकों का अभिवादन करता हूं। जो इस केवाईसी का काम पूरा करने के लिए स्वयं हर ग्राम पंचायत तक पहुंच रहे हैं। अब एक महीने में एक लाख बैंक, पंचायतों में जा चुके हैं।
क्या कोई सिंदूर को तमाशा कह सकता है क्या?
पीएम मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र करते हुए कहा कि भारत पर जो वार करेगा वो पाताल में भी नहीं बचेगा। दुर्भाग्य है कि ऑपरेशन सिंदूर की सफलता से अपने देश के भी कुछ लोगों के पेट में दर्द हो रहा है। ये कांग्रेस पार्टी और उनके चेले चपाटे इस बात को पचा नहीं पा रहे कि भारत ने आतंकियों के ठिकानों को मिट्टी में मिला दिया। मैं अपने भारतीयों से पूछना चाहता हूं कि आपको ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पर गर्व है कि नहीं। कांग्रेस ने ऑपरेशन सिंदूर को तमाशा कहा है, आप मुझे बताइए सिंदूर कभी भी तमाशा हो सकता है क्या। क्या कोई सिंदूर को तमाशा कह सकता है क्या? कोई मुझे बताए क्या आतंकवादियों को भी मारने के लिए इंजतार करना चाहिए क्या? सपा को फोन करूं क्या कि आतंकियों को मार दें क्या?