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SIR IN WESTBENGAL: पश्चिम बंगाल में SIR को लेकर बवाल! सुप्रीम कोर्ट पहुंची ममता सरकार, कल सुनवाई के आसार

कोलकता। बिहार के बाद 12 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में वोटर लिस्ट का रिवीजन SIR शुरू हो चुका है। लेकिन पश्चिम बंगाल में SIR के लेकर सियासी पारा गरम हो गया है। दरअसल अब कांग्रेस की बंगाल यूनिट ने सुप्रीम कोर्ट में SIR के खिलाफ याचिका लगाई है। वहीं,TMC प्रमुख ममता बनर्जी ने कहा कि SIR के डर से कुछ ने आत्महत्या की, तो कुछ की मौत हार्ट अटैक या ब्रेन स्ट्रोक से हुई है। बता दें कि आज यह मुद्दा जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस जॉयमाल्या बागची की खंडपीठ के सामने रखा गया, जिसमें याचिकाकर्ता ने अनुरोध किया है कि इस याचिका को कल सूचीबद्ध किया जाए।
जस्टिस सूर्यकांत की पीठ पश्चिम बंगाल SIR के मामले को देखेगी
जस्टिस सूर्यकांत ने कहा कि यह पीठ सिर्फ बिहार SIR मामले की सुनवाई कर रही है और पश्चिम बंगाल SIR से संबंधित याचिका को किसी पीठ के समक्ष सूचीबद्ध करने का अधिकार चीफ जस्टिस बी.आर. गवई के पास है। हालांकि, जब वकील ने बताया कि तमिलनाडु से जुड़ी एक याचिका भी कल इसी पीठ के समक्ष सूचीबद्ध है, तब न्यायमूर्ति सूर्यकांत ने कहा कि ठीक है, हम देख लेंगे।
SIR को चुनौती देने वाली याचिका हाई कोर्ट में लंबित
गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल SIR को चुनौती देने वाली एक जनहित याचिका भी पहले से कोलकत्ता हाई कोर्ट में लंबित है। उस याचिका में SIR की समयसीमा बढ़ाने और प्रक्रिया को न्यायालय की निगरानी में कराने की मांग की गई है। हाल ही में हाई कोर्ट ने चुनाव आयोग को निर्देश दिया था कि वह एक हलफनामा दायर कर यह बताए कि राज्य में SIR प्रक्रिया किस तरह लागू की जा रही है।
पश्चिम बंगाल में SIR फॉर्म बांटे गए
पश्चिम बंगाल में विरोध के बावजूद 80,000 से अधिक BLO SIR के फॉर्म बांट रहे हैं। यह प्रक्रिया 4 दिसंबर तक चलेगी।
भाजपा ने TMC के आरोप से किया इनकार
हालांकि भाजपा ने इसे राजनीतिक प्रचार करार देते हुए TMC के आरोपों से इनकार किया है। भाजपा ने कहा कि जनता को TMC गुमराह कर रही है।




